नई दिल्लीः तमाम किसान यूनियनों की अंब्रेला बॉडी संयुक्त किसान मोर्चा, तीन कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन के एक साल पूरा होने पर आज कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन करेगी. एसकेएम के प्रवक्ता के मुताबिक हजारों की संख्या में किसान दिल्ली के आस-पास के एरिया में पहुंचेंगे.
एसकेएम ने कहा कि कर्नाटक में किसानों ने हाइवे के पास विरोध प्रदर्शन करने का फैसला लिया है. आगे कहा गया कि कर्नाटक के सभी जिलों के करीब 25 स्थानों पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. इनमें हाईवे वाले दो विरोध प्रदर्शन की जगहों पर बैंगलुरू से भी लोग शामिल होंगे.
तमिलनाडु में ट्रेड यूनियन्स के साथ सभी जिलों में रैलियां करने की एसकेएम की योजना है. एसकेएम ने कहा, ‘चेन्नई में भी विरोध प्रदर्शन और मीटिंग होगी. रायपुर और रांची जैसे तमाम राज्यों की राजधानियों में ट्रैक्टर रैलियां करने की योजना है. कोलकाता में 26 नवंबर को विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे. पटना में किसान यूनियन और ट्रेड यूनियन मिलकर एक साथ जिलाधिकारी कार्यालय तक मार्च करेंगे और ज्ञापन सौंपेंगे. इस बीच दिल्ली के पास मोर्चा के स्थान पर हजारों किसान राशन और दूसरी सप्लाई के साथ पहुंच रहे हैं.’
पीएम मोदी द्वारा कृषि कानून को रद्द किए जाने के कुछ दिन बाद ही केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बुधवार को कहा था कि मंत्रिमंडल ने इसे रद्द करने की प्रक्रिया को पूरा कर लिया है.
पिछले हफ्ते पीएम मोदी ने कहा था कि शीतकालीन सत्र में तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए बिल पेश किया जाएगा. साथ ही यह भी कहा था कि एमएसपी पर विचार करने के लिए एक कमेटी का गठन भी किया जाएगा.
दिल्ली की सीमाओं पर बढ़ाई गई सुरक्षा
दिल्ली की सीमा पर किसानों के आगमन को देखते हुए सुरक्षा बढ़ा दी गई है. दिल्ली पुलिस ने बृहस्पतिवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है.
किसान पिछले एक साल से दिल्ली की तीन सीमाओं– सिंघू, टीकरी और गाजीपुर में डेरा डाले हुए हैं. केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन पिछले साल 26-27 नवंबर को ‘दिल्ली चलो’ कार्यक्रम के साथ शुरू हुआ था.
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