नई दिल्लीः इलाहाबाद हाईकोर्ट के लखनऊ बेंच ने लखीमपुर हिंसा मामले में मुख्य आरोप आशीष मिश्रा को जमानत दे दी है. आशीष मिश्रा केंद्रीय राज्य गृह मंत्री अजय कुमार मिश्रा के बेटे हैं.
पिछले महीने लखीमपुर खीरी हिंसा के बारे में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने आशीष मिश्रा को मुख्य आरोपी बनाते हुए चार्जशीट फाइल की थी जिसमें कहा गया था कि विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों को योजनाबद्ध तरीके षडयंत्र के तहत मारा गया.
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओपी राजभर ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा कि अजय मिश्रा टेनी के पुत्र को जमानत मिल गई जबकि गाजीपुर बॉर्डर और लखीमपुर के बॉर्डर पर जिन किसानों की मौत हुई है उन्हें न्याय नहीं मिला. जब भी बीजेपी को फायदा मिलता है, उस व्यक्ति को जमानत मिल जाता है लेकिन जब उनका फायदा नहीं रह जाता तो जमानत नहीं दी जाती.
MoS Home Ajay Mishra Teni’s son was given bail but farmers who died on Ghazipur border &Lakhimpur have not got justice. Wherever BJP has personal interest, that person gets bail & when their interest isn’t fulfilled there’s no bail: Suheldev Bharatiya Samaj Party chief OP Rajbhar pic.twitter.com/vvieylVqIF
— ANI (@ANI) February 10, 2022
इसके अलावा उन्होंने कहा कि उन्हें जमानत इसलिए दिया गया क्योंकि वो मंत्री के पुत्र हैं. बीजेपी जानती है कि वह चुनाव हार रही है. वे ब्राह्मणों को लुभाने के लिए वे ऐसा कर रहे हैं.
आठ लोगों की हुई थी मौत
3 अक्टूबर, 2021 तीन कृषि कानूनों के विरोध में इस घटना में आठ लोगों की मौत हुई थी. इन मरने वाले लोगों में चार किसान, एक पत्रकार, दो बीजेपी कार्यकर्ता और एक ड्राइवर था. इस घटना में चार किसानों कि एक गाड़ी से कुचल कर मौत हो गई थी जो कि अजय मिश्रा से संबंधित थी. प्रतिक्रिया में जो हिंसा हुई उसमें दो बीजेपी कार्यकर्ताओं और एसयूवी के एक ड्राइवर की मौत हो गई थी.
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