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नयी दिल्ली, 29 जुलाई (भाषा) दिल्ली में हुमायूं के मकबरा से जुड़े परिसर में देश के पहले भूमिगत संग्रहालय का उद्घाटन सोमवार शाम को केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने किया। इस संग्रहालय में 500 से अधिक ‘अभूतपूर्व कलाकृतियां’ प्रदर्शित की गई हैं।
शेखावत ने इस अवसर पर कहा कि यह संग्रहालय दिल्ली के सांस्कृतिक परिदृश्य में एक अविश्वसनीय वृद्धि करेगा।
इस संग्रहालय का नक्शा मध्यकालीन ‘बावली’ (पारंपरिक रूप से जल का संरक्षण करने का स्थान) से प्रेरित है। यह संग्रहालय मुगल सम्राट हुमायूं की विरासत को प्रदर्शित करता है, जिसमें उनके जीवन के अनछुए पहलुओं और पिछले सात शताब्दियों में निजामुद्दीन क्षेत्र की विरासत को दर्शाया गया है।
शेखावत ने प्रिंस रहीम आगा खान की उपस्थिति में नए संग्रहालय का उद्घाटन किया।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को बताया कि यह 30 जुलाई से आगंतुकों के लिए खुल जाएगा। हुमायूं का मकबरा परिसर यूनेस्को का विश्व धरोहर स्थल है।
यह संग्रहालय आगा खान संस्कृति न्यास (एकेटीसी) द्वारा भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के साथ साझेदारी में विकसित किया गया है। यह संग्रहालय 300 एकड़ भूमि पर 25 वर्षों के संरक्षण प्रयासों का परिणाम है, जिसमें हुमायूं का मकबरा, सुंदर नर्सरी और निजामुद्दीन बस्ती शामिल हैं।
भाषा रवि कांत संतोष
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