तिरुवनंतपुरम, एक फरवरी (भाषा) केरल की एलडीएफ सरकार ने केंद्रीय बजट पर निराशा व्यक्त करते हुए मंगलवार को आरोप लगाया कि इसमें कोविड-19 से उत्पन्न चुनौतियों का सामना करने के लिए दृष्टि या तैयारी की कमी है और महामारी की पृष्ठभूमि में राज्यों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के बजाय, बजट उन्हें कमजोर कर रहा है।
मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने एक बयान में आरोप लगाया कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए बजट से मुद्रास्फीति बढ़ेगी, अमीरों और वंचितों के बीच अंतर बढ़ेगा, राज्यों को वित्तीय रूप से नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि इसमें बड़े उद्योगपतियों के हितों का ध्यान रखा गया है और देश की आम जनता के हितों को दरकिनार कर दिया गयाा।
उन्होंने कहा कि मूल धारणा यह है कि कोविड से उत्पन्न आर्थिक संकट को केवल राज्यों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाकर ही हल किया जा सकता है , लेकिन बजट में ऐसा कुछ नहीं दिखा। केंद्रीय बजट राज्यों को कोविड के दौरान आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के बजाय कमजोर कर रहा है।
राज्य के वित्त मंत्री के एन बालगोपाल ने कहा कि उन्हें यह कहते हुए दुख हो रहा है कि महामारी से उत्पन्न चुनौतियों से निपटने और सार्वजनिक क्षेत्र को व्यापक रूप से मजबूत करने के लिए बजट में कोई महत्वपूर्ण घोषणा नहीं की गई है।
उन्होंने आरोप लगाया कि महामारी के कारण 20 करोड़ से अधिक लोग बेरोजगार हो गए लेकिन बजट में बेरोजगार लोगों की चिंताओं को दूर करने या रोजगार क्षेत्र को मजबूत करने के लिए कुछ भी नहीं है।
राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वी डी सतीसन ने आरोप लगाया कि बजट में कोविड संकट की अनदेखी की गई और इससे आम लोगों का जीवन और दयनीय बन जाएगा।
भाषा जोहेब पवनेश
पवनेश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.