नयी दिल्ली, दो फरवरी (भाषा) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े स्वदेशी जागरण मंच ने बुधवार को कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 का केंद्रीय बजट विकासोन्मुखी है, लेकिन इसमें रोजगार के मोर्चे पर पर्याप्त प्रयास नहीं दिखाई देता है।
स्वदेशी जागरण मंच के एक बयान में कहा गया है कि पूंजीगत व्यय में 35 प्रतिशत की महत्वपूर्ण वृद्धि से यह बढ़कर 7.5 लाख करोड़ रूपये हो गया है और इससे देश में भविष्य में वृद्धि की संभावनाएं बेहतर होंगी।
इसमें कहा गया है कि स्वदेशी जागरण मंच मानता है कि वित्त वर्ष 2022-23 का केंद्रीय बजट विकासोन्मुखी है और इसमें डिजिटल आधारभूत ढांचा, शिक्षा के क्षेत्र में बुनियादी ढांचा, पेयजल, गरीबों के लिये आवास सहित आधारभूत ढांचे के विकास के लिये पर्याप्त जोर दिया गया है।
मंच ने हालांकि इस बात पर चिंता व्यक्त की कि इसमें देश में लघु उद्योगों और रोजगार सृजन को लेकर सीमित प्रयास किये गए हैं।
स्वदेशी जागरण मंच ने बयान में कहा कि लघु उद्योगों एवं देश में रोजगार सृजन को लेकर काफी सीमित प्रयास किये गये हैं जो चिंताजनक हैं। संगठन ने कहा कि देश में स्वरोजगार को प्रोत्साहन देने की काफी जरूरत है और इस दिशा में केंद्र तथा राज्य सरकारों को उद्यमिता विकास कार्यक्रम आगे बढ़ाने की जरूरत है।
भाषा दीपक दीपक वैभव
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