नयी दिल्ली, 26 जुलाई (भाषा) अमेरिका की ओर से नामांकित मोरावियन चर्च बस्ती को शुक्रवार को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया।
यह फैसला नयी दिल्ली में आयोजित विश्व धरोहर समिति (डब्ल्यूएचसी) के 46वें सत्र की पूर्ण बैठक में लिया गया।
मोरावियन चर्च बस्ती को विश्व धरोहर का दर्जा मिलने की घोषणा होते ही अमेरिका, जर्मनी और ब्रिटेन का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिनिधि खुशी से झूम उठे।
यूनेस्को (संयुक्त राष्ट्र शैक्षणिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन) की वेबसाइट के मुताबिक, मोरावियन चर्च बस्ती डेनमार्क स्थित एक अन्य मोरावियन चर्च बस्ती ‘क्रिश्चियन्सफील्ड’ का अंतरराष्ट्रीय क्रमिक विस्तार है, जो पहले से ही विश्व विरासत सूची में शामिल है।
वेबसाइट पर कहा गया है, ‘‘हर बस्ती का अपना वास्तुशिल्प चरित्र है, जो मोरावियन चर्च के आदर्शों पर आधारित है, लेकिन स्थानीय परिस्थितियों के अनुकूल है। साथ मिलकर वे एक वैश्विक नेटवर्क के रूप में अंतरराष्ट्रीय मोरावियन समुदाय के अंतरराष्ट्रीय दायरे और स्थिरता का प्रतिनिधित्व करती हैं।’’
इस पर कहा गया है, ‘‘प्रत्येक बस्ती में एक सक्रिय समूह मौजूद है, जो एक जीवंत मोरावियन विरासत का प्रतिनिधित्व करता है और परंपराओं का पालन करता है।’’
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