बुलढाणा, 23 अप्रैल (भाषा) जम्मू कश्मीर के पहलगाम में छुट्टियां मना रहा महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले का पांच-सदस्यीय परिवार आतंकवादी हमले से अनजान था और वह सैर सपाटे के लिए बाहर निकलने वाला था, लेकिन स्थिति को देखते हुए होटल के मालिक और कर्मचारियों ने इन लोगों को बाहर जाने से रोक दिया।
दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में प्रमुख पर्यटन स्थल बैसरन में मंगलवार को आतंकवादियों ने हमला किया, जिसमें कम से कम 26 लोग मारे गए तथा कई घायल हो गए। मरने वालों में अधिकतर पर्यटक शामिल हैं।
बुलढाणा निवासी नीलेश जैन ने एक समाचार चैनल के साथ बातचीत में कहा कि वह और उनके परिवार के चार सदस्य सोनमर्ग, गुलमर्ग और श्रीनगर का तीन-दिवसीय दौरा पूरा करने के बाद मंगलवार को पहलगाम के एक होटल में ठहरे थे।
उन्होंने कहा, ‘‘मंगलवार को दोपहर बाद जब हम सैर-सपाटे के लिए होटल से बाहर निकलने की तैयारी कर रहे थे, तो होटल के मालिक और अन्य कर्मचारियों ने हमें बाहर जाने से रोक दिया और कहा कि बाहर गोलीबारी हो रही है। सूचना मिलने के बाद हमने बाहर न जाने का फैसला किया।’’
जैन ने कहा कि पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर वे अपनी यात्रा जारी नहीं रखना चाहते तथा सरकार उनकी घर वापसी की व्यवस्था करे।
नीलेश जैन के भाई अरुण जैन ने बताया कि उनके दो बेटे, भाई की पत्नी और उनकी बेटी जम्मू-कश्मीर दौरे पर उनके भाई के साथ हैं।
अरुण जैन बुलढाणा में पत्रकार हैं।
उन्होंने कहा कि कुछ स्थानों का दौरा करने के बाद वे सभी 21 और 22 अप्रैल को पहलगाम में थे।
भाषा नेत्रपाल सुरेश
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