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Thursday, 25 April, 2024
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G20 में UK के PM सुनक की घोषणा, जलवायु परिवर्तन को लेकर देंगे 2 बिलियन डॉलर की सबसे बड़ी मदद

एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि 2020-2023 के लिए जीसीएफ में यूके के पिछले योगदान में यह 12.7% की वृद्धि है, जो कि 2014 में कोष बनाने के लिए हमारी शुरुआती फंडिंग का दोगुना है.

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नई दिल्ली : भारत में ब्रिटिश उच्चायोग ने रविवार को कहा कि यूनाइटेड किंगडम (यूके) के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने भारत में जी20 शिखर सम्मेलन शुरू होने पर जलवायु प्रतिबद्धता को लेकर एक रिकॉर्ड मदद की घोषणा की है.

यूके ग्रीन क्लाइमेट फंड (जीसीएफ) के लिए 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर देगा, जो दुनिया में जलवायु परिवर्तन से निपटने में मदद करने के लिए यूके द्वारा की गई सबसे बड़ी सिंगल फंडिंग है, जीएसफ, जिसे COP15 में कोपेनहेगन समझौते के बाद 194 देशों द्वारा स्थापित किया गया था.

ब्रिटिश उच्चायोग की एक विज्ञप्ति में कहा गया है, “यह मदद हमारे वैश्विक जलवायु नेतृत्व को मजबूत करते हुए, अंतर्राष्ट्रीय जलवायु फाइनेंस के लिए 11.6 बिलियन पाउंड खर्च करने की यूके के संकल्प में महत्वपूर्ण योगदान है. ब्रिटेन वैश्विक जलवायु को लेकर नेतृत्व जारी रखे हुए है और इसने किसी भी अन्य जी7 देश की तुलना में तेजी से उत्सर्जन में कटौती की है.”

यह दुनिया के सबसे कमजोर लोगों को जलवायु परिवर्तन के प्रभाव से बचाने और कम करने में मदद करने के लिए यूके का सबसे बड़ा वित्तीय योगदान है.

जीसीएफ सबसे बड़ा वैश्विक कोष है जो विकासशील देशों को वैश्विक कार्बन उत्सर्जन को कम करने और समुदायों को जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के अनुकूल बनाने में मदद करने के लिए समर्पित है.

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विज्ञप्ति में कहा गया है कि आज का संकल्प 2020-2023 की अवधि के लिए जीसीएफ में यूके के पिछले योगदान में 12.7 प्रतिशत की वृद्धि है, जो कि 2014 में कोष बनाने के लिए हमारी शुरुआती फंडिंग का दोगुना है.

G20 शिखर सम्मेलन में यूके के प्रधानमंत्री सुनक ने नेताओं से इस दिसंबर में COP28 शिखर सम्मेलन से पहले मिलकर काम करने का आह्वान किया है ताकि वे अपने देशों के कार्बन उत्सर्जन को कम कर सकें और जलवायु परिवर्तन के परिणामों से निपटने के लिए कमजोर अर्थव्यवस्थाओं को सपोर्ट कर सकें.

जी20 नेताओं को संबोधित करते हुए सुनक ने कहा, “ब्रिटेन आगे बढ़ रहा है और अपनी जलवायु प्रतिबद्धताओं को पूरा कर रहा है, दोनों- अपनी अर्थव्यवस्था को डीकार्बोनाइजिंग करके और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव से निपटने के लिए दुनिया के सबसे कमजोर लोगों की मदद करके.”

उन्होंने कहा, “यह उस तरह का नेतृत्व है जिसकी दुनिया G20 देशों से उचित रूप से अपेक्षा करती है. और यह सरकार यूके और दुनिया को और अधिक समृद्ध और सुरक्षित बनाने में उदाहरण पेश करना जारी रखेगी.”

यूके ने विकासशील देशों को जलवायु परिवर्तन से निपटने में मदद करने के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रयासों का नेतृत्व किया है, जिसमें 2021 और 2026 के बीच अंतरराष्ट्रीय जलवायु वित्त पर 11.6 बिलियन पाउंड खर्च करने का वादा भी शामिल है.

विज्ञप्ति के अनुसार, यह घोषणा “इस प्रतिबद्धता की दिशा में एक बड़ा योगदान है और COP27 में प्रधानमंत्री की घोषणा का अनुसरण करने वाली है कि यूके जलवायु अनुकूलन के लिए हमारी फंडिंग को तीन गुना करेगा.”

जीसीएफ में यूके के योगदान में इस वृद्धि के साथ-साथ, जिससे देश को फिर से फंड के सबसे बड़े दानदाताओं में से एक बनाने की उम्मीद है, यूके सरकार जीसीएफ के महत्व पर जोर देना जारी रखेगी, जिससे परिणाम और भी अधिक तेजी से प्राप्त होंगे, धन की अहमियत दिखेगी.

विज्ञप्ति में कहा गया है कि इसमें जीसीएफ से जलवायु परिवर्तन के प्रति सबसे अधिक संवेदनशील देशों, विशेष रूप से सबसे कम विकसित देशों और छोटे विकासशील द्वीप के लिए अपनी डिलीवरी में और सुधार करने के लिए कहना शामिल है.

सुनक ने जी20 शिखर सम्मेलन के आखिरी दिन की शुरुआत पत्नी अक्षता मूर्ति के साथ अक्षरधाम मंदिर के दर्शन के साथ की. मंदिर से वह राजघाट पहुंचे, जहां अन्य G20 नेताओं के साथ उन्होंने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी.


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