scorecardresearch
Wednesday, 26 November, 2025
होमदेशहरियाणा में बास्केटबॉल कोर्ट में हादसों में दो किशोरों की मौत

हरियाणा में बास्केटबॉल कोर्ट में हादसों में दो किशोरों की मौत

Text Size:

चंडीगढ़, 26 नवंबर (भाषा) हरियाणा के रोहतक और बहादुरगढ़ में बास्केटबॉल कोर्ट में हुई दो अलग-अलग घटनाओं में बास्केटबॉल ‘हूप’ का लोहे का खंभा गिरने से राष्ट्रीय स्तर के एक खिलाड़ी और एक अन्य किशोर की मौत हो गई। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।

विपक्षी दलों ने राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर निशाना साधा और राज्य में खेल ढांचा चरमराने का आरोप लगाया। वहीं, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने संवाददाताओं से कहा कि वह पहले मामलों से जुड़ी सभी जानकारियां लेंगे, तब कोई टिप्पणी करेंगे।

रोहतक में राष्ट्रीय स्तर के बास्केटबॉल खिलाड़ी हार्दिक राठी (16) की कोर्ट में अभ्यास के दौरान छाती पर बॉस्केटबॉल हूप का लोहे का खंभा गिर जाने से मौत हो गई, वहीं पड़ोसी झज्जर जिले के बहादुरगढ़ में 15 साल का अमन ऐसी ही एक घटना में घायल हो गया और उसकी मृत्यु हो गई।

पुलिस ने बताया कि मंगलवार को रोहतक में घटी यह दुखद घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई।

इस फुटेज में सब-जूनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप में भाग ले चुके हार्दिक को हूप तक पहुंचने की कोशिश करते हुए देखा जा सकता है। हूप से लटकने के ऐसे ही एक प्रयास में उसके ऊपर खंभा गिर गया।

लखन माजरा गांव में कोर्ट के पास खेल रहे अन्य खिलाड़ियों ने हार्दिक को अस्पताल पहुंचाया जहां उसकी मृत्यु हो गई। स्थानीय थाना प्रभारी समरजीत सिंह ने यह जानकारी दी।

अधिकारियों ने बताया कि लोहे के खंभे के गिरने से जुड़ी परिस्थितियों और उपकरणों की स्थिति की जांच की जा रही है।

रोहतक खेल संभाग की उप निदेशक सुनीता खत्री ने कहा, ‘‘लखन माजरा स्टेडियम पंचायत विभाग के तहत आता है।’’

बहादुरगढ़ की घटना रविवार की है, जब अमन एक सरकारी विद्यालय के परिसर में बास्केटबॉल कोर्ट में अभ्यास के लिए गया था।

थाना प्रभारी (शहर) दिनकर यादव ने बताया कि उसके ऊपर लोहे का खंभा गिरने से वह बुरी तरह घायल हो गया और सोमवार रात उपचार के दौरान पीजीआईएमएस रोहतक में उसकी मृत्यु हो गई।

हार्दिक के बड़े भाई खड़क सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि न केवल परिवार ने, बल्कि देश ने अधिकारियों की लापरवाही की वजह से एक उभरते बास्केटबॉल खिलाड़ी को खो दिया है।

उन्होंने यह भी कहा कि लोहे के खंभे की हालत के बारे में कई बार अधिकारियों को बताया गया था जिस पर जंग लगी थी, लेकिन उसे सही करने के लिए कुछ नहीं किया गया।

अपने भाई की मौत के लिए खेल विभाग और सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए खड़क सिंह ने कहा कि हार्दिक ने कभी कोई प्रतिस्पर्धा नहीं छोड़ी और उसका सपना एक दिन भारतीय बास्केटबॉल की टीम का नेतृत्व करना था।

उन्होंने कहा, ‘‘हार्दिक दिन में दो बार प्रशिक्षण लेता था। मंगलवार सुबह उसने जैसे ही हूप छूने की कोशिश की, खंभा उखड़ गया और उसकी छाती पर गिर गया।’’

खड़क सिंह ने दावा किया कि कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने गांव में दो मैदान बनवाए और 2023 में अपनी सांसद निधि से 11 लाख रुपये आवंटित किए, लेकिन संबंधित अधिकारियों ने बास्केटबॉल पोल की मरम्मत के लिए कुछ नहीं किया।

हरियाणा के विकास और पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने इन घटनाओं पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि संबंधित अधिकारी निजी संस्थानों समेत सभी स्कूलों में खेल उपकरणों का निरीक्षण करेंगे।

नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इन घटनाओं पर राज्य सरकार को आड़े हाथ लिया और कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने गांव स्तर तक स्टेडियम बनवाए थे ताकि युवा अपनी ऊर्जा सही दिशा में लगा सकें और देश को सम्मान दिला सकें।

उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन भाजपा की मौजूदा सरकार ने कांग्रेस के बनाए खेल ढांचे का ध्यान नहीं रखा।’’

कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने हार्दिक की मौत को एक घटना नहीं बल्कि व्यवस्था द्वारा की गई हत्या करार दिया।

उन्होंने ‘एक्स’ पर कहा, ‘‘हार्दिक हरियाणा की युवा प्रतिभा था, एक बेटा भी और एक होनहार नौजवान भी। क्या भाजपा सरकार मां- बाप को उनका बेटा वापस दे पाएगी? मुख्यमंत्री नायब सैनी की भी सीधी जिम्मेदारी है।’’

सुरजेवाला ने कहा, ‘‘लखन माजरा के सभी खिलाड़ी रख-रखाव की मांग व सुविधाओं को लेकर नायब सैनी से तीन महीने पहले मिले थे, लेकिन हुआ कुछ नहीं- वही ढाक के तीन पात। इस आपराधिक लापरवाही का क्या कारण है?’’

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘अगर आप स्टेडियम का एक पोल भी नहीं ठीक कर सकते तो सरकार क्या खाक चलाओगे?’’

रोहतक से कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने आरोप लगाया कि स्टेडियमों में खेल उपकरण जर्जर हालत में हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘जिस तरह दो लोगों की जान चली गई, यह आपराधिक लापरवाही से कम नहीं है और इसके लिए सरकार जिम्मेदार है।’’

भाषा वैभव पवनेश

पवनेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments