इंदौर (मध्य प्रदेश), 22 फरवरी (भाषा) इंदौर में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (डीएवीवी) के उड़न दस्ते ने एमबीबीएस पाठ्यक्रम की परीक्षा में अत्याधुनिक उपकरणों की मदद से नकल करते दो विद्यार्थियों को पकड़ा है। ये विद्यार्थी अपने कानों और बनियान में सूक्ष्म उपकरण छिपाकर नकल कर रहे थे।
डीएवीवी के एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एमबीबीएस पाठ्यक्रम के अंतिम वर्ष के जनरल मेडिसिन विषय की परीक्षा के दौरान शहर के शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय में डीएवीवी के उड़न दस्ते की जांच के दौरान हाईटेक नकल कांड का खुलासा हुआ।
अधिकारी ने बताया,‘‘नकलचियों में शामिल एक विद्यार्थी ने अपनी बनियान में सिम वाला छोटा उपकरण छिपा रखा था जिसे मोबाइल फोन की तरह इस्तेमाल किया जा रहा था। दूसरे नकलची के पास सामान्य मोबाइल मिला जिस पर परीक्षा के दौरान फोन कॉल चल रहा था।’’
डीएवीवी अधिकारी के मुताबिक नकल के लिए दोनों परीक्षार्थियों ने ब्लूटूथ से चलने वाले सूक्ष्म ईयरफोन अपने कानों में फिट कर रखे थे जो बाहर से देखने पर नजर नहीं आ रहे थे।
डीएवीवी की कुलपति रेणु जैन ने कहा, ‘‘हमें लगता है कि ये सूक्ष्म ईयरफोन सर्जरी के जरिये दोनों परीक्षार्थियों के कानों में फिट किए गए थे।’’
जैन ने बताया कि दोनों परीक्षार्थियों के खिलाफ नकल प्रकरण तैयार किए गए हैं और डीएवीवी की एक समिति इन मामलों में फैसला करेगी।
इस बीच, परीक्षा कक्ष में प्रवेश से पहले विद्यार्थियों की ठीक से तलाशी नहीं लिए जाने को लेकर शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के प्रबंधन पर सवाल उठ रहे हैं।
महाविद्यालय के डीन डॉ. संजय दीक्षित ने इन सवालों का नपा-तुला जवाब देते हुए कहा, ‘‘नकल करते पकड़े गए दोनों परीक्षार्थियों के बारे में हमने तय प्रक्रिया के तहत डीएवीवी को पूरी जानकारी दे दी है। अब इस सिलसिले में डीएवीवी की ओर से उचित कदम उठाए जाएंगे।’’
भाषा हर्ष देवेंद्र
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