नई दिल्ली: झारखंड के रांची में पैगंबर मुहम्मद पर विवादास्पद टिप्पणी को लेकर हिंसक विरोध प्रदर्शनों में दो लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए. वहीं, शनिवार को रांची शहर के कई इलाकों में धारा 144 लागू कर दी गई है.
रांची जिला प्रशासन के अनुसार, स्थिति पर काबू पाने के लिए हिंसा प्रभावित इलाकों में भारी सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है. इसके साथ ही प्रशासन ने रविवार यानी 12 जून तक इंटरनेट निलंबन बढ़ा दिया है.
झारखंड पुलिस के प्रवक्ता एवी होमकर ने को बताया कि शुक्रवार को हुई हिंसा और उसे नियंत्रित करने के लिए पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई में घायल दो लोगों की देर रात मौत हो गई.
उन्होंने बताया कि दोनों मृतकों के शव का पोस्टमार्टम कर उनके अंतिम संस्कार की व्यवस्था की जा रही है.
होमकर ने बताया, ‘शुक्रवार रात से राजधानी में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रित और शांतिपूर्ण है. हालांकि, एहतियाती तौर पर शहर के 12 थाना क्षेत्रों में धारा-144 लागू कर निषेधाज्ञा का पालन कराया जा रहा है, ताकि हिंसा और उपद्रव से बचा जा सके.’
उन्होंने बताया कि रांची के हिंसाग्रस्त मेन रोड क्षेत्र में त्वरित कार्रवाई बल (आरएएफ) की दो कंपनियां तैनात की गई हैं, जबकि आसापास के संवेदनशील इलाकों में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए लगभग 3,000 सुरक्षाकर्मियों को भेजा गया है.
उन्होंने कहा, ‘आम लोगों में विश्वास पैदा करने के लिए शनिवार सुबह से दो बार त्वरित कार्रवाई बल और अन्य अर्धसैनिक बलों का मेन रोड और आसपास की गलियों में फ्लैग-मार्च निकाला गया.’
होमकर ने बताया कि शुक्रवार की हिंसा में 11 पुलिसकर्मियों समेत दो दर्जन लोग घायल हुए थे जिनमें से कुछ को गोलियां भी लगी थीं.
बता दें कि शुक्रवार को प्रशासन ने रांची के मेन रोड और उसके चारों तरफ 500 मीटर तक के दायरे में कर्फ्यू लागू कर पांच या उससे अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगा दी थी.
रांची में हुई हिंसा की राज्यपाल रमेश बैस ने निंदा की. उन्होंने देर रात मुख्यमंत्री और पुलिस महानिदेशक से बात कर उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए.
मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि उपद्रवियों को बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
इस बीच, पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने रांची में हुई हिंसा को राज्य सरकार की विफलता करार दिया.
उधर, पश्चिम बंगाल से भी ताजा विरोध प्रदर्शन की खबरें सामने आईं हैं. जानकारी के मुताबिक हावड़ा के पांचला बाजार में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के झड़प हुई है. खबरों के अनुसार, विरोध प्रदरेशन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने पथराव किए जिसपर काबू पाने के लिए पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के मकसद से उनपर आंसू गैस के गोले छोड़े हैं.
#WATCH पश्चिम बंगाल: हावड़ा के पांचला बाजार में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के एक समूह के बीच ताजा झड़प हुई है। प्रदर्शनकारियों द्वारा पथराव किए जाने पर पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। pic.twitter.com/fXiEPVyJ2z
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 11, 2022
‘यूपी में 230 लोगों की गिरफ्तारी’
वहीं, उत्तर प्रदेश में हुए विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर पुलिस ने कार्रवाई करना शुरू कर दिया है.
यूपी के सहारनपुर में विरोध प्रदर्शन करने के मामले में अभी तक चार एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं. पुलिस ने जानकारी दी कि अभी तक इस मामले में 48 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
सहारनपुर के एसएसपी आकाश तोमर ने जानकारी देते हुए बताया है कि शुक्रवार को लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया था, जिसके क्रम में हमने चार एफआईआर दर्ज की हैं. 48 लोग गिरफ़्तार हुए हैं, कई धाराएं लगाई गई हैं. सोशल मीडिया और सीसीटीवी फूटेज के जरिए से हमने 277 और लोगों को चिह्रित किया है
उन्होंने आगे कहा कि शुक्रवार की नमाज के बाद जिस तरह से भीड़ सड़कों पर उतरी, उससे लगता है कि कुछ लोगों ने योजना बनाई थी. पीएफआई की संलिप्तता अभी सामने नहीं आई है लेकिन इससे इंकार नहीं किया जा सकता है. चरमपंथी संगठनों की संलिप्तता की जांच हम करेंगे.
वहीं, करेली में 29 धाराओं में मामला दर्ज किया गया है. 70 अभियुक्त और 5 हजार से ज्यादा अज्ञात को नामजद किया गया है. पुलिस ने बताया कि इनकी पहचान वीडियो के आधार पर की जा रही है. अब तक 68 लोग हिरासत में लिए जा चुका है. प्रयागराज के एसएसपी अजय कुमार ने बताया कि इनपर गैंगस्टर एक्ट और नेशनल सिक्योरिटी एक्ट के तहत भी कार्रवाई की जाएगी.
अजय कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने जावेद अहमद को हिरासत में लिया है. उन्होंने बताया कि जावेद शुक्रवार को प्रयागराज में पैगंबर मुहम्मद पर टिप्पणी के विरोध में हुई हिंसा के पीछे कथित मास्टरमाइंड है.
कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘घटना में जावेद अहमद नाम का एक मास्टरमाइंड गिरफ़्तार किया गया है. इसके अलावा कई और मास्टर माइंड हो सकते हैं, उनके बारे में पूछताछ की जा रही है. कल की घटना में कुछ लोगों ने नाबालिग बच्चों को आगे कर पुलिस पर पथराव किया.’
उत्तर प्रदेश के एडीजी (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा कि शुक्रवार को जो घटना हुई उसमें कुछ जनपदों में कुछ व्यक्तियों ने शांति व्यवस्था भंग करने की कोशिश की, जिनकी पहचान की जा चुकी है. उनकी गिरफ़्तारी बहुत तेजी से की जा रही है. अब तक 230 व्यक्तियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है.
उन्होंने आगे कहा कि स्थिति अभी नियंत्रण में है. दोषियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई होगी और उनकी संपत्ति को भी जब्त करने की कार्रवाई होगी. सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को जो क्षति हुई है उसकी वसूली भी न्यायिक प्रक्रिया के तहत की जाएगी.