नई दिल्ली: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन राज्य की आधी आबादी की सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध हैं. राज्य की महिलाएं पूरे मान-सम्मान और स्वाभिमान के साथ ज़िंदगी व्यतीत कर सकें इसके लिए राज्य सरकार लगातार कार्य कर रही है.
इसी कड़ी में मुख्यमंत्री ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए महिलाओं के लिए झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की शुरुआत की है. योजना से अब तक रिकॉर्ड 45 लाख महिलाएं जुड़ चुकी हैं.
योजना के तहत सरकार प्रत्येक महिला को हर साल 12 हज़ार रुपए देगी, जिसकी दो किश्ते सीधे महिलाओं के खाते में ट्रांसफर की जा चुकी हैं.
मुख्यमंत्री के निर्देश पर अब इस योजना समेत अन्य कल्याणकारी योजनाओं को मिल रही अपार बड़ी सफलता, लोकप्रियता और समर्थन को देखते हुए महिलाओं के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए 23 सितंबर को गढ़वा के बंशीधर नगर स्थित बंशीधर मंदिर से मंईयां सम्मान यात्रा का शुभारंभ होने जा रहा है. इस दौरान महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा मंत्री बेबी देवी, कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री दीपिका पाण्डेय सिंह और विधायक कल्पना सोरेन मौजूद रहेंगी और यात्रा का नेतृत्व करेंगी.
मुख्यमंत्री ने अपने अब तक कर साढ़े चार वर्षों के कार्यकाल में आधी आबादी को सशक्त और स्वावलंबी बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं.
इस कड़ी में 50 वर्ष से अधिक उम्र की सभी महिलाओं, एकल महिलाएं और परित्यक्ताओं को यूनिवर्सल पेंशन स्कीम का लाभ दिया जा रहा है.
सावित्रीबाई किशोरी समृद्धि योजना के तहत अब तक 9 लाख बच्चियों को जोड़ा जा चुका है और इसके तहत राज्य सरकार शिक्षा की जिम्मेदारी उठाती है.
फूलो-झानो आशीर्वाद योजना के तहत महिलाओं को सम्मानजनक आजीविका से जोड़ने के लिए 50 लाख रुपए तक की सहायता राशि दी जा रही है. योजना के तहत 36 हज़ार महिलाएं लाभ ले चुकी हैं.
मुख्यमंत्री का संकल्प है कि राज्य की आधी आबादी को इतना सशक्त बनाएं कि वे पूरे मान-सम्मान के साथ आगे बढ़ें और अपने साथ राज्य के विकास में भागीदार बने.
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