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Saturday, 20 April, 2024
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पंजाब के पटियाला में भिड़े दो समूहों के लोग, पुलिस को चलानी पड़ी हवा में गोलियां

पटियाला में दो ग्रुपों के बीच झगड़े पर राघव चड्ढा बोले, 'मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि आज पटियाला में हुई दुर्भाग्यपूर्ण हिंसक झड़प 2 समूहों के बीच नहीं बल्कि 2 राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं के बीच थी - एक तरफ शिवसेना और कांग्रेस के लोग थे और दूसरी तरफ शिरोमणि अकाली दल के लोग.

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चंडीगढ़: पंजाब के पटियाला में काली देवी मंदिर के पास शुक्रवार को दो गुटों के बीच झड़प हो गई और स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए पुलिस को हवा में गोलियां चलानी पड़ीं.

घटना के दौरान पथराव किए जाने की भी सूचना है.

डीएसपी मोहित मल्होत्रा ने बताया, ‘कानून व्यवस्था की समस्या को देखते हुए पुलिस तैनात कर दी गई है. हम दो समूहों में से एक के प्रमुख हरीश सिंगला से बात कर रहे हैं क्योंकि उनके पास मार्च की अनुमति नहीं है.’

एक समूह द्वारा निकाले गए मार्च के दौरान हुई इस घटना में कुछ लोगों के घायल होने की खबर है. कानून-व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए मौके पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है.

पटियाला के पुलिस महानिरीक्षक राकेश अग्रवाल ने पटियाला में संवाददाताओं से कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है.

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उन्होंने कहा, ‘हमने बाहर से पुलिस बल बुलाया है. उपायुक्त द्वारा शांति समिति की बैठक बुलाई गई है.’ उन्होंने कहा कि क्षेत्र में शांति बहाल करना उनकी प्राथमिकता है.

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि वह राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के संपर्क में हैं.

मान ने एक ट्वीट में कहा, ‘पटियाला में झड़प की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. मैंने डीजीपी से बात की है. क्षेत्र में शांति बहाल कर दी गई है. हम स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए हैं और किसी को भी राज्य में अशांति का माहौल पैदा नहीं करने देंगे.’

उन्होंने कहा कि पंजाब में शांति और सद्भाव बहुत महत्वपूर्ण है.

इस प्रकरण पर पुलिस महानिरीक्षक ने कहा कि यह घटना इसलिए हुई क्योंकि ‘चंद शरारती तत्वों ने कुछ अफवाहें फैलाई थीं. हमने स्थिति को नियंत्रित किया है. हम पटियाला शहर में फ्लैग मार्च कर रहे हैं.’

यह पूछे जाने पर कि घटना में कितने लोग घायल हुए हैं, अग्रवाल ने कहा कि वह अभी भी इसकी जांच कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘कुछ अफवाहों के कारण तनाव बढ़ गया था, लेकिन स्थिति अब नियंत्रण में है.’

पटियाला की उपायुक्त साक्षी साहनी ने कहा, ‘हम सभी से शांति बनाए रखने और किसी भी अफवाह पर विश्वास नहीं करने की अपील करते हैं.’

‘दो समूहों नहीं दो राजनीतिक दलों के बीच हुई थी झड़प’

राज्य सभा सांसद राघव चड्ढा ने कहा, ‘मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि आज पटियाला में हुई दुर्भाग्यपूर्ण हिंसक झड़प 2 समूहों के बीच नहीं बल्कि 2 राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं के बीच थी – एक तरफ शिवसेना और कांग्रेस के लोग थे और दूसरी तरफ शिरोमणि अकाली दल के लोग.’

‘दोनों पक्षों के असामाजिक तत्व इस झड़प में शामिल हो गए, हिंसा की और पंजाब के माहौल को खराब करने का प्रयास किया. पंजाब की शांति भंग करने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा.पुलिस ने तुरंत कानून व्यवस्था बहाल कर दी है.

चड्ढा ने आगे कहा, कई लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है. पंजाब सरकार और पुलिस इस हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी. इन राजनीतिक दलों के मास्टरमाइंड को नहीं बख्शा जाएगा.’


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