नई दिल्ली: केरल के कोझिकोड जिले में निपाह वायरस से दो लोगों की मौत हो गई है और दो अन्य व्यक्ति संक्रमित पाए गए हैं. राज्य सरकार ने मंगलवार को यह जानकारी दी.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि स्थिति का जायजा लेने और निपाह वायरस संक्रमण के प्रबंधन में राज्य सरकार की सहायता के लिए विशेषज्ञों की एक केंद्रीय टीम केरल भेजी गई है.
राज्य के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘‘कोझिकोड जिले में निपाह वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है. इसके कारण दो लोगों की मौत हो गई. जिन चार लोगों की नमूने परीक्षण के लिए भेजे गए थे, उनमें से दो में निपाह संक्रमण की पुष्टि हुई है, जबकि दो की रिपोर्ट निगेटिव आई है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘घबराने की जरूरत नहीं है. सभी को स्वास्थ्य विभाग और पुलिस के निर्देशों का सख्ती से पालन करना चाहिए और प्रतिबंधों में पूरा सहयोग करना चाहिए.’’
कोझिकोड में संवाददाताओं से राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि निपाह से संक्रमित लोगों में से नौ साल का एक लड़का भी है.
उन्होंने कहा, ‘‘जिस व्यक्ति की कल मौत हो गई, उसके और नौ साल के लड़के सहित इलाज करा रहे दो अन्य लोगों के नमूने में संक्रमण की पुष्टि हुई है.’’
जॉर्ज ने बताया कि इसके अलावा 30 अगस्त को पहले मामले में संक्रमण के कारण एक व्यक्ति की मौत हुई थी जिसे शुरुआत में लिवर सिरोसिस की सह-रुग्णता के कारण हुई मौत माना गया था.
वायरस के कारण पहली मौत 30 अगस्त को और दूसरी मौत 11 सितंबर को हुई थी.
इससे पहले दिन में, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि राज्य सरकार कोझिकोड में हुई दो “अप्राकृतिक मौतों” को बहुत गंभीरता से ले रही है और स्वास्थ्य विभाग ने जिले में अलर्ट जारी किया है.
स्वास्थ्य मंत्री ने स्थानीय स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को अपने क्षेत्रों में कड़ी निगरानी रखने का निर्देश दिया है. एहतियात के तौर पर, स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोझिकोड मेडिकल कॉलेज में एक आइसोलेशन फैसिलिटी तैयार करने का निर्देश दिया है.
इससे पहले केरल में 2018 में कोझिकोड और मलप्पुरम जिलों में निपाह वायरस का प्रकोप हुआ था और बाद में 2021 में कोझिकोड में निपाह वायरस का एक मामला सामने आया था.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, निपाह वायरस फल वाले चमगादड़ों के कारण होता है और यह मनुष्यों के साथ-साथ जानवरों के लिए भी संभावित रूप से घातक है. यह श्वसन संबंधी बीमारी के साथ-साथ बुखार, मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द, चक्कर आना और मतली का कारण भी माना जाता है.
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