जम्मू, नौ जुलाई (भाषा) जम्मू कश्मीर के डोडा जिले से शुरू होने वाली दो दिवसीय वार्षिक कैलाश यात्रा से जुड़ी तैयारियों की केंद्र शासित प्रदेश के अधिकारियों ने समीक्षा की है। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
यह यात्रा 11 और 12 सितंबर को होनी है।
अधिकारी ने कहा कि डोडा के जिला विकास आयुक्त,विशेष महाजन की अध्यक्षता में हुई एक संयुक्त बैठक में यात्रा से जुड़े इंतजाम पर चर्चा हुई। बैठक में नागरिक, पुलिस और सुरक्षा अधिकारियों के अलावा पंचायत सदस्य और भद्रवाह स्थित सनातन धर्म सभा तथा कैलाश सेवा संघ के अध्यक्ष उपस्थित थे।
यात्रा के तहत श्रद्धालु, 14,700 फुट की ऊंचाई पर स्थित कैलाश कुंड तक जाएंगे। यात्रा डोडा के गाथा में सदियों पुराने वासुकी नाग मंदिर से ‘छड़ी मुबारक’ (पवित्र छड़ी) के साथ रवाना होने से शुरू होगी। कैलाश कुंड, प्राचीन नाग संस्कृति को दर्शाता है।
अधिकारी ने कहा कि सनातन धर्म सभा ने इस एतिहासिक तीर्थयात्रा के लिए सुरक्षा इंतजाम, श्रद्धालुओं के ठहरने, परिवहन, अलाव के लिए लकड़ियों का इंतजाम तथा पानी और बिजली की व्यवस्था करने की मांग की है।
सनातन धर्म सभा द्वारा उठाए गए मुद्दों पर प्रतिक्रिया देते हुए महाजन ने यात्रा को सफल बनाने के लिए संबंधित अधिकारियों को मौके पर ही दिशानिर्देश दिए।
डोडा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अब्दुल कयूम ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यात्रा मार्ग पर पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे। अधिकारी ने कहा कि भद्रवाह के अपर पुलिस अधीक्षक को श्रद्धालुओं को लाने व ले जाने वाले वाहनों की सुचारू आवाजाही सुनिश्चित करने को कहा गया है।
अधिकारी ने कहा कि वन विभाग को कैलाश कुंड और हयान पर अलाव के लिए लकड़ियां उपलब्ध कराने को कहा गया है। कैलाश कुंड और हयान पर रात में वक्त श्रद्धालु ठहरेंगे।
महाजन ने लोक निर्माण विभाग को भद्रवाह-चंबा मार्ग पर भूस्खलन के चलते जमा मिट्टी-पत्थर को हटाने का निर्देश दिया है, ताकि यात्रा के दौरान वाहनों की सुगम आवाजाही हो।
भाषा जितेंद्र सुभाष
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