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शनिवार, 21 जून, 2025
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भाजपा के दो विधायकों ने पार्टी के फैसले की अवहेलना करते हुए कर्नाटक विधानसभा से बहिर्गमन नहीं किया

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बेलगावी (कर्नाटक), 13 दिसंबर (भाषा) कर्नाटक विधानसभा में शुक्रवार को भाजपा के दो विधायकों एस.टी. सोमशेखर और शिवराम हेब्बार ने पार्टी के फैसले की अवहेलना करते हुए पार्टी के अन्य सदस्यों के साथ बहिर्गमन नहीं किया और अपनी सीट पर ही बैठे रहे।

सत्तारूढ़ कांग्रेस के सदस्यों ने कथित तौर पर विपक्ष के नेता आर. अशोक को वक्फ मुद्दा उठाने से रोकने की कोशिश की, जिसके बाद भाजपा सदस्यों ने विधानसभा से बहिर्गमन किया।

पी.एम. नरेंद्रस्वामी के नेतृत्व में कुछ कांग्रेस विधायकों ने भाजपा विधायक एन. मुनिरत्न के खिलाफ कुछ मामलों को उठाने की मांग की। शून्यकाल के तुरंत बाद, विधानसभा अध्यक्ष यू.टी. खादर ने अशोक को वक्फ मुद्दा उठाने की अनुमति दी। इस पर नरेंद्रस्वामी और कुछ अन्य सदस्यों ने मांग की कि उन्हें मुनिरत्न का मुद्दा उठाने की अनुमति दी जाए। विधायकों ने मुनिरत्न पर जातिवादी टिप्पणी करने का आरोप लगाया है।

इस बीच, राजस्व मंत्री कृष्ण बायरे गौड़ा ने भी अनुरोध किया कि उन्हें राज्य में बारिश और इससे हुए नुकसान पर बयान देने की अनुमति दी जाए। सत्तारूढ़ पार्टी के इस आचरण से नाराज अशोक ने अन्य सभी भाजपा सदस्यों के साथ सरकार को निशाना बनाते हुए टिप्पणियां कीं। इसके बाद जब सभी भाजपा विधायकों ने बहिर्गमन किया, तब सोमशेखर अपनी सीट पर बैठे रहे, बाद में हेब्बार भी उनके साथ शामिल हो गए।

सोमशेखर और हेब्बार को पिछले कुछ समय से पार्टी में ‘‘बागी’’’ के रूप में देखा जा रहा है। हाल ही में प्रदेश भाजपा कोर समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि सोमशेखर और हेब्बार दोनों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए, या तो उन्हें निलंबित किया जाए या फिर आलाकमान से परामर्श करके विधायक के रूप में उन्हें तत्काल अयोग्य ठहराए जाने की मांग की जाए।

भाषा

शफीक अविनाश

अविनाश

अविनाश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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