नई दिल्ली: कोरोनावायरस के चलते हुए लॉकडाउन में लोगों को खानी पीने की चीजों की दिक्कतों का सामना न हो इसलिए भारतीय रेलवे पूरी ताकत के साथ जुटा हुआ है. रेलवे ने चार दिनों में 1.25 लाख टन खाने पीने की सामग्री पूरे देश में पहुचाई है. यह सप्लाई अभी भी जारी है. इस पूरे काम में रेलवे के 2.5 लाख कर्मचारी लगे हुए हैं. इसके अलावा मालगाड़ियों के संचालन की निगरानी के लिए रेल मंत्री पीयूष गोयल के घर पर कंट्रोल रुम बनाया गया है.
नाम न छापने के अनुरोध पर रेलवे बोर्ड के अधिकारियों ने दिप्रिंट से कहा, ‘लॉकडाउन के समय भी स्टेशन, कंट्रोल ऑफिसों में तैनात कर्मचारियों के अलावा ड्राइवर व गार्ड चौबीस घंटे काम कर रहे हैं. जरुरतों को देखते हुए वैगनों की संख्या बढ़ाने की तैयारियां भी कर ली गई है.’
रेलवे के एक उच्च अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर दिप्रिंट से कहा, ‘देश में एक नहीं कई जगह से दूध, सब्जी और जरुरी खाद्य सामग्री रेलवे ले रहा है. आटा, आलू, प्याज, दाल, गेहूं यह सारी चीजें राज्यों में भेजी जा रही है. वर्तमान परिपेक्ष में रेलवे ही इसे पूरे देश में सप्लाई कर सकता है. कोई ओर इसे नहीं सप्लाई कर सकता है.’
उच्च सूत्रों के अनुसार, ‘आपात स्थिति से निपटने के लिए रेलवे ने अपने कोचों को आइसोलेशन सेंटर में बदलने की प्रक्रिया शुरु भी कर दी है. हर कोच में दो मरीज आसानी से रह सकेंगे. इनके पास अलग से वॉशरुम भी होगा.’ इसके अलावा रेलवे ने रायबरेली, चेन्नई और चितरंजन वर्कशॉप्स में अस्पतालों में इस्तेमाल होने वाली चीजे बनाने को कहा है. इनमें बेड, स्ट्रेचर, सैनिटाजर प्रमुख तौर पर शामिल है.
पूरे देश में खाद्यान्न और आवश्यक वस्तुओं की समय से आपूर्ति में जुटी रेलवे। पहुंचाये जा रहे
?गेहूं
? दूध
⛽पेट्रोल
?फल
?सब्जीजैसे अनेकों आवश्यक वस्तुएं। pic.twitter.com/n8h5rna23T
— Piyush Goyal Office (@PiyushGoyalOffc) March 28, 2020
रेलवे ने जनता कर्फ्यू के अगले ही दिन से राज्यों में जरुरी सामानों की आपूर्ति करनी शुरु कर दी थी. यात्री ट्रेनें जरुर बंद हो गई हो लेकिन करीब 3 हजार मालगाड़ियां जरुरी सामानों की आपूर्ति स्थानों पर कर रही है. इनमें कोयला और पेट्रोलियम पदार्थों की भी आपूर्ति की जा रही है.
रेलवे ने अब तक 11,2815 टन अनाज, 2,142 टन फल और सब्जियां, 924 टन प्याज, 2,898 टन चीनी, 11.5 लाख लीटर दूध, 11.5 लाख लीटर खाने का तेल, 9,660 टन नमक के अलावा 20.2 टन कोयला और 17.3 करोड़ लीटर पेट्रोलियम पदार्थों की आपूर्ति जरुरी स्थानों पर कर चुका है.
रेलवे यह सभी खाने पीने की चीजें देशभर के रेलवे गोदामों में पहुंचा रहा है. गोदामों से ट्रकों के जरिए मंडियों तक यह सामान पहुंचाया जा रहा है.
इसके अलावा रेल विभाग के अफसर भी राज्य सरकारों के साथ लगातार संपर्क बनाए हुए हैं. वे सुनिश्चित करने में जुटे हैं कि जहां भी खाने के सामानों की जरुरत हो विशेष मालगाड़ी से सामान जल्द पहुंचाया जा सकें.
आइसोलेशन वार्ड में बदले ट्रेन के कोच
देश में कोरोनावायरस को देखते हुए भारतीय रेलवे ने ट्रेन के कोच को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील किया है. इनमें संक्रमण और क्वारेंटाइन को रखा जा सकता है. यहां उनके लिए भोजन और दवाई की भी व्यवस्था होगी.
Preparing to Combat Coronavirus: In a novel initiative, Railways has converted train coaches into isolation wards for COVID-19 patients ?
Now, Railways will offer clean, sanitised & hygienic surroundings for the patients to comfortably recover. #IndiaFightsCorona pic.twitter.com/miYO3LOGfN
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) March 28, 2020
रेलवे ने नॉन एसी कोच को आइसोलेशन वार्ड में बदल दिया है. इसमें कोच में थोड़ा बदलाव किया गया है. इसमें बीच की बर्थ को हटाया गया है. वहीं मरीज के लेटने वाले सामने की तीनों बर्थ को भी हटाया गया है. वहीं उपर चढ़ने वाली सीढ़िया भी हटा दी गई है.
वहीं कोरोना पीड़ितों की देखभाल करने वाली नर्सों के लिए भी अलग से कैबिन बनाया गया है. कोच के चार्जिंग स्लॉट्स को भी सही किया जा रहा है. हर केबिन में प्लास्टिक पर्दे भी लगाए गए हैं. वहीं टॉयलेट में बाल्टी, मग और शोप डिश भी रखा गया है.