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Tuesday, 30 April, 2024
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सीएम योगी से जुड़े ट्वीट के मामले में, पुलिस ने पत्रकार को किया गिरफ्तार

पत्रकार ने कुछ दिनों पूर्व योगी के खिलाफ ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया था. जिसमें एक लड़की खुद को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की प्रेमिका बता रही थी.

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नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जुड़े एक वीडियो को ट्विटर पर कथित तौर पर पोस्ट करने के मामले में यूपी पुलिस ने पत्रकार प्रशांत कनौजिया को गिरफ्तार कर लिया है. कनौजिया ​के खिलाफ हजरतगंज थाने में एफआईआर भी दर्ज की गई है. प्रशांत कन्नौजिया को दिल्ली में मंडावली स्थित उनके निवास से दोपहर 12:30 बजे गिरफ्तार किया गया है.

जानकारी के अनुसार पत्रकार ने कुछ दिनों पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जुड़े ट्विटर पर एक वीडियो कथित तौर पर शेयर किया था. प्रशांत दिल्ली में वेब पार्टल में काम करते थे. 6 जून को पत्रकार ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक मीडिया संस्थान का वीडियो कथित तौर पर शेयर किया था. जिसमें एक लड़की खुद को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की प्रेमिका बता रही थी.

उन्होंने वीडियो के साथ कैप्शन दिया था कि ‘इश्क छुपता नहीं छुपाने से योगी जी.’

इस वीडियो के वायरल होने के बाद प्रशांत पर लखनऊ के हजरतगंज थाने में केस दर्ज किया गया. पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि मुख्यमंत्री के विरुद्ध आपत्तिजनक टिप्पणी कर उनकी छवि धूमिल करने का प्रयास किया गया है.

इस मामले में प्रशांत कनौजिया की पत्नी जगीशा ने दिप्रिंट हिंदी को बताया, ‘प्रशांत घर के बाहर कुछ सामान लेने के लिए गए थे. जब वे आधे घंटे में वापस लौटे तो उन्होंने मुझसे धीमी आवाज में कहा कि बाहर दो पुलिस वाले खड़े हैं जो मेरे योगी आदित्यनाथ से संबंधित ट्वीट को लेकर आए है. वे हमें ले जा रहे हैं. जाते-जाते उन्होंने कहा कि अपने जान-पहचान वालों को यह सूचना दे दो. इसके बाद वे चले गए.’

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उन्होंने आगे बताया कि पुलिस के लेने जाने के कुछ देर बाद ही जब उन्होंने प्रशांत के नंबर पर कॉल किया तो उन्होंने बताया कि उन्हें लखनऊ ले जा रहे हैं. आगे वे कुछ बोल नहीं पा रहे थे क्योंकि शायद पुलिस वाले उन्हें कुछ बोलने नहीं दे रहे थे.

लखनऊ में दर्ज हुई एफआईआर

लखनऊ के हजरतगंज थाने में दर्ज एफआईआर में प्रशांत पर आईटी एक्ट की धारा 66 और मानहानि की धारा (आईपीसी 500) लगाई गई है. एफआईआर की कॉपी में लिखा है कि शिकायतकर्ता का आरोप है कि प्रशांत ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ ‘आपत्तिजनक टिप्पणी करके उनकी छवि धूमिल करने का प्रयास किया है.

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यूपी पुलिस द्वारा पत्रकार प्रशांत कनौजिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज की

कुछ भी कहने से बच रहे हैं अधिकारी

इंस्पेक्टर हजरतगंज राधा रमण सिंह ने कहा, ‘हमें इस बाबत कुछ भी बोलने से मना किया गया है. इसके अलावा मैं आपको कोई जानकारी नहीं दे सकता हूं. इस पूरे प्रकरण में पुसिल के आला अफसर भी बोलने से बच रहे हैं.’

सोशल मीडिया पर किया ट्रेंड

कनौजिया की गिरफ्तारी के बाद बड़ी संख्या में पत्रकार और समाजसेवी संस्था के लोग प्रशांत के समर्थन में ट्वीट कर रहे हैं. समाजवादी पार्टी ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर प्रशांत के गिरफ्तारी की कड़ी आलोचना की है.

सभी इसे अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला बता रहे हैं. कांग्रेस नेता पंखुड़ी पाठक समेत कई लोगों ने यूपी पुलिस को सोशल मीडिया पर टैग कर प्रशांत की गिरफ्तारी की पुष्टि की है.

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