नयी दिल्ली, तीन सितंबर (भाषा) ट्रेन टिकट परीक्षक (टीटीई) यूनियन ने बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली शुरू करने की रेल मंत्रालय की पहल की सराहना करते हुए कहा है कि इससे फर्जी या नकली उपस्थिति के आरोपों से छुटकारा मिलेगा, साथ ही परिचालन दक्षता में भी और अधिक सुधार होगा।
मंत्रालय ने हाल ही में रेलवे नेटवर्क में टीटीई ‘लॉबी’ में चरणबद्ध तरीके से ‘फिंगरप्रिंट’ पहचान उपस्थिति प्रणाली को लागू किया है, जिसका उद्देश्य परिचालन को आधुनिक बनाना और जवाबदेही में सुधार करना है।
इस प्रणाली को अपनाने वाला सबसे हालिया स्टेशन पूर्व मध्य रेलवे (ईसीआर) क्षेत्र में पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन है, जहां यह 19 अगस्त से शुरू हो गया है।
इससे पहले, बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली को कई रेलवे प्रभागों की ‘लॉबी’ में शुरू किया गया था, जिनमें बनारस (उत्तर रेलवे), सोनपुर (ईसीआर), रतलाम (पश्चिम रेलवे), मुंबई, पुणे और सोलापुर (मध्य रेलवे), मालदा (पूर्वी रेलवे), मैसूरु (दक्षिण पश्चिम रेलवे), भोपाल (पश्चिम मध्य रेलवे), मदुरै (दक्षिण रेलवे) और कोटा (पश्चिम मध्य रेलवे) शामिल हैं।
भारतीय रेलवे टिकट चेकिंग स्टाफ संगठन (आईआरटीसीएसओ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा, ‘‘मैं इस पहल की सराहना करता हूं क्योंकि इससे फर्जीवाड़ा करने के निराधार आरोप समाप्त हो जाएंगे और उपस्थिति प्रणाली का आधुनिकीकरण होगा।’’
भाषा यासिर अविनाश
अविनाश
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