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Thursday, 20 February, 2025
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ट्रंप के बयान ने चुनाव प्रभावित करने के लिए कांग्रेस के विदेशी फंडिंग से संबंध ‘स्थापित’ किए :भाजपा

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नयी दिल्ली, 20 फरवरी (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भारत में मतदान बढ़ाने के लिए सहायता देने पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से सवाल उठाए जाने और राहुल गांधी द्वारा साल 2023 में भारत में लोकतंत्र पर चिंता व्यक्त करने संबंधी टिप्पणी को बृहस्पतिवार को जोड़ने का प्रयास किया और दावा किया कि कांग्रेस से जुड़े गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) ने यहां चुनावों को प्रभावित करने की कोशिश की।

पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने यहां भाजपा मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस की आलोचना करने के लिए ट्रंप की ताजा टिप्पणी और 2023 में ब्रिटेन में दिए गए बयान के ऑडियो क्लिप चलाए।

प्रसाद ने कहा, ”राहुल गांधी विदेश जाकर सार्वजनिक तौर पर भारत के लोकतंत्र में विदेशी ताकतों के हस्तक्षेप की मांग करते हैं और आज अमेरिकी राष्ट्रपति ने फंडिंग की पुष्टि कर उनको मिल रही मदद पर मुहर लगा दी है।’

उन्होंने कहा, ‘भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रिया में विदेशी हस्तक्षेप का यह प्रयास बहुत शर्म की बात है। आज डोनाल्ड ट्रंप के सार्वजनिक बयान से यह स्पष्ट रूप से स्थापित हो गया है कि भारतीय चुनावों में विदेशी मदद के लिए वे इसलिए ‘रोते’ थे क्योंकि उन्हें वोट नहीं मिल रहे थे।’

‘यूएसएड’ फंडिंग को रद्द करने के अपनी सरकार के फैसले का जिक्र करते हुए ट्रंप ने कहा कि बाइडन प्रशासन द्वारा भारत को मतदान बढ़ाने के लिए लगभग 182 करोड़ रुपये (2.1 करोड़ अमेरिकी डॉलर) देना सवाल खड़ा करता है कि क्या वो ‘किसी और को निर्वाचित कराने की कोशिश कर रहे थे’।

प्रसाद ने गांधी का ऑडियो क्लिप चलाया, जिसमें उन्होंने कहा था, ‘आश्चर्य की बात यह है कि लोकतंत्र के तथाकथित रक्षक, जो अमेरिका, यूरोपीय देश हैं, इस बात से बेखबर हैं कि लोकतांत्रिक मॉडल का एक बड़ा हिस्सा बर्बाद हो गया है। यह एक वास्तविक समस्या है। विपक्ष लड़ाई लड़ रहा है और यह सिर्फ एक भारतीय लड़ाई नहीं है …।’

प्रसाद ने कहा कि भाजपा भारत में लोकतांत्रिक प्रक्रिया को प्रभावित करने के विदेशी प्रयासों के बारे में चिंता जताती रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों रिकॉर्डिंग ने साजिश से कांग्रेस के तार स्थापित किए हैं।

हालांकि, कांग्रेस ने ट्रंप के दावे को ‘बेतुका’ बताते हुए खारिज कर दिया और मांग की कि भारत सरकार को भारत में सरकारी और गैर-सरकारी दोनों संस्थानों को दशकों से अमेरिकी एजेंसी के सहयोग पर एक श्वेत पत्र लाना चाहिए।

कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ”यूएसएड इन दिनों चर्चा में है। इसकी स्थापना 3 नवंबर 1961 को हुई थी। वैसे तो अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा किए जा रहे दावे कम से कम कहने के लिए तो बेतुके हैं। फिर भी, भारत सरकार को जल्द से जल्द एक श्वेत पत्र जारी करना चाहिए, जिसमें दशकों से यूएसएड द्वारा सरकारी और गैर-सरकारी संस्थानों को दिए गए समर्थन का विस्तृत विवरण हो।’

प्रसाद ने जोर देकर कहा कि उनकी पार्टी अब कांग्रेस के खिलाफ अपना आरोप साबित करने के लिए सबूत के साथ आई है।

उन्होंने कहा, ‘यह सीधा संबंध है। भारत में आने वाला बड़ा चंदा चुनावों को प्रभावित करने के लिए था। यह कांग्रेस के साथ जुड़े वैसे एनजीओ के जरिए आ रहा है, जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ हैं।’

कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रसाद ने कहा कि विपक्षी पार्टी के लिए वोट जुटाना भाजपा का काम नहीं है।

उन्होंने कहा, ”अगर वे लगातार चुनाव हारते रहे तो हम क्या कर सकते हैं।’

प्रसाद ने यह भी कहा कि लोग कांग्रेस को वोट नहीं देते क्योंकि वह भारत की प्रतिष्ठा और लोकतंत्र के खिलाफ काम करती है। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनावों, स्थानीय निकाय चुनावों और उपचुनावों में कांग्रेस लगातार हार रही है जबकि भाजपा का विस्तार हो रहा है और अब उसके पास देशभर की विधानसभाओं में पहले से कहीं अधिक विधायक हैं।

उन्होंने कहा, ”राहुल गांधी, आपके कार्यों और नीतियों के कारण लोग आपको आशीर्वाद नहीं देते।’

भाषा ब्रजेन्द्र माधव अविनाश

अविनाश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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