अगरतला, सात जुलाई (भाषा) त्रिपुरा में विधानसभा की कार्यवाही में ‘‘बाधा डालने’’ को लेकर शुक्रवार को पांच विधायकों को निलंबित कर दिया गया जिसके विरोध में विपक्षी दलों ने सदन से वाकआउट किया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि विधानसभा अध्यक्ष विश्वबंधु सेन ने बजट सत्र में ‘व्यवधान पैदा’ करने पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के विधायक नयन सरकार, कांग्रेस के सुदीप रॉय बर्मन और टिपरा मोथा के तीन विधायकों को दिन भर के लिए निलंबित कर दिया।
टिपरा मोथा के निलंबित विधायकों में बृस्वकेतु देबबर्मा, नंदिता रियांग और रंजीत देबबर्मा शमिल हैं।
टिपरा मोथा के विधायक अनिमेश देबबर्मा ने भाजपा विधायक जादब लाल नाथ के दुर्व्यवहार पर चर्चा कराने की मांग की थी। भाजपा विधायक मार्च में विधानसभा के भीतर अपने मोबाइल फोन पर पोर्नोग्राफिक सामग्री देखते हुए पकड़े गए थे।
देबबर्मा इस मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव लाना चाहते थे लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी और वित्त मंत्री प्राणजीत सिंह रॉय से चालू वित्त वर्ष के लिए बजट को सदन के पटल पर रखने को कहा।
अध्यक्ष के फैसले से गुस्साए टिपरा मोथा के विधायकों ने विरोध प्रदर्शन शुरु कर दिया और जादब लाल के मुद्दे पर चर्चा की मांग करने लगे। माकपा और कांग्रेस के विधायक भी इस प्रदर्शन में शामिल हो गए और आसन के सामने आ गए। इस पूरी घटना के दौरान सदन में वित्त मंत्री ने अपना बजट भाषण पढ़ना जारी रखा।
विधानसभा के अध्यक्ष के इस फैसले के विरोध में विपक्षी सदस्यों ने सदन से वाकआउट किया।
अध्यक्ष ने शुरुआत में विपक्षी सदस्यों को सदन के भीतर प्रदर्शन नहीं करने की चेतावनी दी और कहा कि वह उन्हें निलंबित करने पर पुनर्विचार करेंगे, लेकिन वे सदन से वाकआउट कर गए।
भाषा अर्पणा नरेश
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