अगरतला, 19 अक्टूबर (भाषा) त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने बिहार में एक रैली के दौरान सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सहयोगी- ‘इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा’ (आईपीएफटी) को एक प्रतिबंधित समूह कहने के लिए रविवार को माफी मांगी।
बिहार के रामनगर में भाजपा के दो उम्मीदवारों के नामांकन पत्र दाखिल करने के अवसर पर हुई रैली को संबोधित करते हुए साहा ने कहा था कि प्रतिबंधित समूहों- ‘नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा’ (एनएलएफटी), ‘ऑल त्रिपुरा टाइगर फोर्स’ (एटीटीएफ) और आईपीएफटी- के सभी सदस्यों ने सामान्य जीवन जीने के लिए आत्मसमर्पण कर दिया है।
उन्होंने फेसबुक पर लिखा, ‘‘बिहार में (शनिवार को) अपने संबोधन में मैंने अनजाने में आईपीएफटी का ज़िक्र एनएलएफटी और एटीटीएफ की तरह कर दिया। जैसे ही मुझे इसका आभास हुआ, मैंने आईपीएफटी अध्यक्ष प्रेम कुमार रियांग को फ़ोन किया और अनजाने में हुई इस गलती के लिए माफ़ी मांगी।’’
भाषा यासिर सुरेश
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