कोलकाता, 16 नवंबर (भाषा) पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने बिहार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राजग की चुनावी सफलता के बाद राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रशंसा की तथा उनसे जुड़े दलों व लोगों को बधाई दी।
सिन्हा द्वारा सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जनता दल यूनाइटेड (जदयू)प्रमुख नीतीश कुमार की प्रशंसना करने वाले बयान दिये जाने को लेकर राजनीतिक हलकों अटकलों का दौर शुरू हो गया। वहीं तृणमूल ने कहा कि बिहार के मूल निवासी सिन्हा की निजी राय है।
सिन्हा अपने राजनीतिक करियर में कई दलों में रहे। वे 1996 से 2008 तक राज्यसभा सदस्य रहे, इस दौरान वे प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री भी रहे। वह 2009 में भाजपा के टिकट पर पटना साहिब लोकसभा सीट से निर्वाचित हुए।
वह 2019 में कांग्रेस में शामिल हो गए और 2022 में पश्चिम बंगाल के आसनसोल से उपचुनाव में तृणमूल के टिकट पर फिर से लोकसभा पहुंचे। वर्ष 2024 में भी इस सीट से संसद के लिए निर्वाचित हुए।
सिन्हा ने बिहार विधानसभा चुनावों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की प्रचंड जीत के बाद ‘ एक्स’ पर एक पोस्ट में नीतीश कुमार की प्रशंसा की और दोनों की कई तस्वीरें साझा कीं। कुमार की पार्टी राजग का एक घटक है और उसने 101 सीटों पर चुनाव लड़कर 85 सीटें जीती हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘बधाई हो! बिहार के लोगों को वह सरकार मिलने के लिए जिसके वे हकदार थे, जिसके लिए उन्होंने वोट दिया। सबसे प्रशंसित, सज्जन नेता नीतीश कुमार को बिहार की सबसे लंबे समय तक सेवा करने, भरोसेमंद, परखे हुए और सफल मुख्यमंत्री होने के लिए बधाई। ऐसा लगता है कि वह लोगों की उम्मीदों पर खरे उतरे हैं।’’
सिन्हा (79) ने कहा, ‘‘सभी लोगों/पार्टियों को बधाई। ईश्वर सभी का भला करे और सभी को बधाई। जय बिहार! जय हिंद!’’
उन्होंने इस पोस्ट में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, कांग्रेस नेता शशि थरूर, आप नेता अरविंद केजरीवाल और अन्य को टैग किया।
तृणमूल प्रवक्ता देबांग्शु भट्टाचार्य ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि सिन्हा बिहार से हैं जिसने संभवत: उन्हें ऐसी टिप्पणी करने के लिए प्रेरित किया होगा।
तृणमूल के आईटी प्रकोष्ठ के प्रमुख भट्टाचार्य ने कहा, ‘‘हालांकि, पार्टी उनसे बात करके पता लगाएगी कि उन्होंने ऐसा क्यों कहा। उन्होंने जो कहा वह पूरी तरह से उनकी निजी राय है, तृणमूल का नहीं।’’
आसनसोल दक्षिण से भाजपा विधायक अग्निमित्रा पॉल ने दावा किया कि सिन्हा ने तृणमूल के भीतर दरार और पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के प्रति अपनी नाराजगी को उजागर कर दिया है।
उन्होंने दावा किया, ‘‘राज्य के बाहर से और आसनसोल से संबंधित नहीं किसी व्यक्ति को लाने का तृणमूल का कदम उल्टा पड़ गया क्योंकि वह इस सीट से सांसद के रूप में अच्छा प्रदर्शन करने में विफल रहे।’’
भाषा धीरज पवनेश
पवनेश
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