नयी दिल्ली, 11 मार्च (भाषा) तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने मंगलवार को मतदाता पहचान पत्र क्रमांक संख्या में दोहराव के मुद्दे पर निर्वाचन आयोग से मुलाकात की और आरोप लगाया कि आधार कार्ड की भी ‘क्लोनिंग’ की जा रही है, जिससे इनका फर्जी मतदाता पंजीकरण के लिए इस्तेमाल होने की आशंका है।
पार्टी ने मांग की कि निर्वाचन आयोग प्रत्येक नई संशोधित मतदाता सूची के साथ जिन मतदाताओं के नाम हटाए गए, नाम जोड़ गए हैं या संशोधन किये गए है, उनकी सूची भी जारी की जाए।
तृणमूल कांग्रेस के 10 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार और अन्य निर्वाचन आयुक्तों से मुलाकात की। इसके बाद पार्टी नेता सागरिका घोष ने मीडिया से बात करते हुए निर्वाचन आयोग के हालिया बयान पर संदेह व्यक्त किया, जिसमें आश्वासन दिया गया था कि तीन महीने में चिंताओं का समाधान कर दिया जाएगा।
राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस की उपनेता घोष ने कहा, ‘‘यह अत्यंत गंभीर मुद्दा है। जब से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस मुद्दे को उठाया है, सभी दलों को एहसास हो गया है कि यह एक गंभीर मुद्दा है जो चुनावी लोकतंत्र के लिए खतरा पैदा करता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘निर्वाचन आयोग का कहना है कि वह तीन महीने में इस मुद्दे को सुलझा लेगा… हम पूछ रहे हैं कि अगर आपको संख्या ही नहीं पता तो आप समयसीमा कैसे दे रहे हैं?’’
घोष ने कहा कि इस बात के ‘‘विश्वसनीय सबूत’’ हैं कि आधार कार्ड की भी क्लोनिंग की जा रही है। उन्होंने चिंता व्यक्त की कि उनका उपयोग ‘फर्जी मतदाता पहचान पत्र’ जारी करने के लिए किया जा सकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘निर्वाचन आयोग ने यह क्यों नहीं कहा कि आधार को मतदाता पहचान पत्र से जोड़ना स्वैच्छिक है, अनिवार्य नहीं।’’
इस बीच, आयोग ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि इस मुद्दे को संबंधित बूथ स्तरीय अधिकारियों और निर्वाचन पंजीकरण अधिकारियों द्वारा सुलझाया जाएगा।
आयोग ने कहा, ‘‘आज निर्वाचन आयोग ने तृणमूल कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया। आयोग ने कहा कि डुप्लीकेट ईपीआईसी नंबर, डुप्लीकेट, स्थानांतरित और मृत मतदाताओं और अवैध प्रवासियों सहित सभी चिंताओं को प्रत्येक बूथ स्तर के अधिकारी और संबंधित निर्वाचन पंजीकरण अधिकारी द्वारा सभी राजनीतिक दलों द्वारा नियुक्त बूथ स्तर के एजेंटों की सक्रिय भागीदारी के साथ हल किया जाएगा।’’
तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा संसदीय दल के नेता डेरेक ओ ब्रायन, लोकसभा सदस्य कल्याण बनर्जी, काकोली घोष दस्तीदार, कीर्ति आजाद, सजदा अहमद, असित कुमार मल, अबू ताहिर खान और राज्यसभा सदस्य प्रकाश चिक बड़ाईक और साकेत गोखले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे।
भाषा
धीरज शफीक
शफीक
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