(फाइल फोटो के साथ)
नयी दिल्ली, 17 जुलाई (भाषा) सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने पिछले सप्ताह फ्रांस में ‘बैस्टिल दिवस’ परेड में भाग लेने वाली त्रि-सेवा टुकड़ी के सदस्यों को सोमवार को सम्मानित किया और कहा कि उन्होंने सशस्त्र बलों और भारत को गौरवान्वित किया है।
यहां मानेकशॉ सेंटर में आयोजित एक कार्यक्रम में सेना प्रमुख ने यह भी कहा कि फ्रांस गई भारतीय टुकड़ी ने देश की छवि को निखारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पांडे ने अपने संबोधन में कहा, ‘‘आपने न केवल तीनों सेनाओं-थल सेना, वायु सेना और नौसेना बल्कि पूरे देश को गौरवान्वित किया है।’’
जनरल पांडे ने कहा कि थल सेना, वायु सेना और नौसेना की त्रि-सेवाओं की टुकड़ी को भेजना अपने आप में बहुत महत्वपूर्ण था। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि पंजाब रेजिमेंट के सदस्यों को प्रथम विश्व युद्ध में अपने प्राणों की आहुति देने वाले भारतीय सैनिकों की याद में फ्रांस में बनाए गए ‘न्यूवे-चैपल’ में युद्ध स्मारक का दौरा करने और वहां श्रद्धांजलि देने का मौका मिला।
सेना के तीनों अंगों की टुकड़ी ने 14 जुलाई को फ्रांस में बैस्टिल दिवस समारोह में भाग लिया। इस आयोजन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सम्मानित अतिथि थे। भारतीय वायुसेना के तीन राफेल लड़ाकू विमान फ्रांसीसी लड़ाकू विमानों के साथ फ्लाईपास्ट में शामिल हुए।
कैप्टन अमन जगताप के नेतृत्व में सेना की पंजाब रेजिमेंट की टुकड़ी ने पेरिस में चैंप्स-एलिसीस पर आयोजित वार्षिक परेड में हिस्सा लिया। इस वर्ष नयी दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड में पंजाब रेजिमेंट की टुकड़ी को सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग टुकड़ी घोषित किया गया। उस अवसर पर भी कैप्टन जगताप ने टुकड़ी का नेतृत्व किया था।
जनरल पांडे ने टुकड़ी के सदस्यों को सम्मानित करने के बाद विजेता ट्रॉफी सौंपी।
कैप्टन जगताप ने कहा, ‘‘हमारे (पंजाब रेजिमेंट) पूर्वजों ने 107 साल पहले पेरिस के इस एवेन्यू पर मार्च किया था। पंजाब रेजिमेंट ने दोनों विश्व युद्धों में भाग लिया था और हमारे देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया था। यह बेहद गर्व की बात है कि हमने पेरिस में बैस्टिल दिवस पर अपने प्रधानमंत्री के सामने मार्च किया।’’
बैस्टिल दिवस परेड में मार्चिंग दस्ते का नेतृत्व करने वाली भारतीय वायु सेना की हेलीकॉप्टर पायलट स्क्वाड्रन लीडर सिंधु रेड्डी ने कहा कि वह ‘‘बड़े गर्व की भावना’’ के साथ भारत लौट आई हैं। सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भारतीय टुकड़ी में कुल 242 सदस्य थे, जिसमें बैंड की एक टुकड़ी भी शामिल थी।
भाषा आशीष शफीक
शफीक
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.