कोकराझार (असम), 23 अक्टूबर (भाषा) असम के कोकराझार जिले में पटरियों पर संदिग्ध ‘इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस’ (आईईडी) से विस्फोट होने के बाद बृहस्पतिवार को लोअर असम और उत्तर बंगाल के कुछ हिस्सों में रेल सेवाएं बाधित हो गईं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि पुलिस ने विस्फोट में कथित संलिप्तता को लेकर एक संदिग्ध की पहचान की है।
यहां एक अधिकारी ने बताया कि बुधवार एवं बृहस्पतिवार की दरमियानी रात एक बजे पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के अलीपुरद्वार डिवीजन में कोकराझार रेलवे स्टेशन से सालाकाटी की ओर करीब पांच किलोमीटर दूर यह विस्फोट हुआ।
उन्होंने बताया, ‘‘इस धमाके से रेल की पटरी का करीब तीन फुट हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया और टूटे हुए पटरी के टुकड़े कई मीटर दूर तक बिखर गए।’’
कोकराझार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) पुष्पराज सिंह ने कहा कि इस घटना में न तो कोई हताहत हुआ है और न ही कोई ट्रेन पटरी से उतरी है।
एसएसपी ने बताया, ‘‘पटरी का जो हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ था उसकी तुरंत मरम्मत की गई और अब रेलगाड़ियों का परिचालन बहाल कर दिया गया है।’’
यहां एक अन्य अधिकारी के अनुसार, रात भर ट्रेन परिचालन निलंबित रहा। इस वजह से लोअर असम और उत्तरी पश्चिम बंगाल के बीच सुबह करीब आठ बजे तक कई सेवाएं प्रभावित रहीं।
उन्होंने बताया कि रेलवे और सुरक्षाकर्मियों ने प्रभावित क्षेत्र का पूरी तरह से निरीक्षण कर सेवाओं को पूरी तरह से बहाल किया।
एसएसपी ने बताया कि प्राधिकारियों ने फिलहाल मार्ग पर सुरक्षा कड़ी कर दी है और विस्फोट में शामिल लोगों की पहचान कर उन्हें पकड़ने के लिए जांच शुरू कर दी है।
पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) कपिंजल किशोर शर्मा ने एक बयान में कहा, ‘‘जब एक मालगाड़ी सालाकाटी और कोकराझार के बीच से गुज़र रही थी तो ट्रेन प्रबंधक ने ज़ोरदार झटका लगने की सूचना दी, जिसके बाद ट्रेन को रोक दिया गया। जांच करने पर पता चला कि संदिग्ध बम विस्फोट के कारण पटरी और स्लीपर क्षतिग्रस्त हो गए थे।’’
सीपीआरओ ने कहा कि इस मामले की जांच राज्य पुलिस, रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और खुफिया एजेंसियां कर रही हैं।
उन्होंने बताया, ‘‘सुबह पटरी की मरम्मत के बाद पांच बजकर 25 मिनट पर सेवा बहाल कर दी गई। इस घटना के कारण लगभग आठ रेलगाड़ियों को रोकना पड़ा।’’
सीपीआरओ ने यह भी बताया कि इस घटना के बाद से उक्त खंड में गश्त बढ़ा दी गई है।
बोंगाईगांव में एक आधिकारिक समारोह के अवसर पर मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि एक लोको पायलट की सक्रियता के कारण राज्य एक खतरनाक स्थिति से बच गया।
उन्होंने कहा, ‘‘जब एक ट्रेन गुज़र रही थी तो लोको पायलट ने क्षतिग्रस्त हिस्सा देखा और तुरंत रेलवे पुलिस को सूचित किया। अगर लोको पायलट ने ध्यान नहीं दिया होता और सचेत नहीं किया होता तो आज सुबह हमें बहुत बुरी खबर मिलती।’’
शर्मा ने कहा कि पुलिस ने घटना में कथित रूप से शामिल एक व्यक्ति की पहचान कर ली है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘असम और झारखंड में उसके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। असम पुलिस उसे गिरफ्तार करेगी।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या विस्फोट में किसी आतंकवादी समूह का हाथ है, मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हमें केवल एक व्यक्ति की पहचान मिली है और जांच के बाद ही इसकी पुष्टि हो सकेगी।’’
भाषा यासिर सुरेश
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