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बुधवार, 18 जून, 2025
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मध्यप्रदेश में चार साल में पर्यटक 526 फीसदी बढ़े: मुख्यमंत्री

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भोपाल, 18 जून (भाषा) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बुधवार को कहा कि 2020 की तुलना में 2024 में राज्य में आने वाले घरेलू और विदेशी पर्यटकों की संख्या में 526 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।

उन्होंने दावा किया कि मध्यप्रदेश पर्यटकों की पहली पसंद बन गया है जहां सुंदर आंतरिक क्षेत्र, समृद्ध धार्मिक विरासत और विविध वन्य जीवन जैसे प्रमुख आकर्षण हैं।

यादव ने राज्य की प्राकृतिक सुंदरता, सांस्कृतिक समृद्धि और अद्भुत वन्य जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा, ‘‘2020 की तुलना में 2024 में मध्यप्रदेश में आने वाले घरेलू और विदेशी पर्यटकों की संख्या में 526 प्रतिशत की वृद्धि हम सभी के लिए खुशी और गर्व की बात है।’’

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत, प्राकृतिक सुंदरता और विविध वन्य जीवन पर्यटकों को ‘‘अतुल्य मध्यप्रदेश’’ की ओर आकर्षित कर रहे हैं।

पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव तथा मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड के प्रबंध निदेशक शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि 2024 में रिकॉर्ड 13.41 करोड़ पर्यटक मध्यप्रदेश आए जो 2023 की तुलना में 19.6 फीसदी, 2019 की तुलना में 50.6 फीसदी तथा 2020 की तुलना में 526 फीसदी की वृद्धि है।

उन्होंने कहा, ‘‘13.41 करोड़ पर्यटकों का आगमन मध्यप्रदेश के भारत और विश्व के पर्यटन मानचित्र पर एक पसंदीदा पर्यटन स्थल के रूप में उभरने का प्रमाण है।’’

उन्होंने इस उपलब्धि का श्रेय सरकार की दूरदर्शी नीतियों, बुनियादी ढांचे के विकास तथा स्थानीय समुदायों की सक्रिय भागीदारी को दिया।

उन्होंने बताया कि 2024 में 1.67 लाख विदेशी पर्यटक मध्यप्रदेश आए जिनमें से 33,131 ने प्रसिद्ध खजुराहो की कलाकृतियां देखीं, जबकि ग्वालियर और ओरछा में क्रमशः 10,823 और 13,960 विदेशी पर्यटक गए।

उन्होंने कहा कि विदेशी पर्यटकों ने शहरी पर्यटन के विकास में योगदान दिया है जिसमें 9,964 पर्यटक इंदौर और 1,522 भोपाल आए। इसके अलावा 29,192 विदेशी पर्यटक बांधवगढ़, 19,148 कान्हा, 12,762 पन्ना और 11,272 पेंच गए।

उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में धार्मिक स्थलों पर जाने वाले पर्यटकों की संख्या 2023 की तुलना में 21.9 प्रतिशत बढ़कर 2024 में 10.7 करोड़ हो गई।

शुक्ला ने कहा, ‘‘राज्य के शीर्ष 10 पर्यटन स्थलों में से छह धार्मिक स्थल हैं। 7.32 करोड़ पर्यटकों के आगमन के साथ उज्जैन शीर्ष पर रहा। यह आंकड़ा 2023 की तुलना में 39 फीसदी अधिक है। 2023 में उज्जैन में 5.28 करोड़ पर्यटक पहुंचे थे। चित्रकूट में भी एक करोड़ से अधिक पर्यटक पहुंचे जो 2023 की तुलना में 33 फीसदी अधिक हैं।’’

उन्होंने कहा कि मैहर में 1.33 करोड़ पर्यटक पहुंचे, जबकि अमरकंटक में 40 लाख, सलकनपुर में 26 लाख और ओंकारेश्वर में 24 लाख पर्यटक गए।

शुक्ला के अनुसार, महाकाल लोक, ओंकारेश्वर महालोक, श्री राम वनगमन पथ, देवी लोक, राजा राम लोक और हनुमान लोक सहित विभिन्न परियोजनाओं ने आध्यात्मिक और आर्थिक रूप से धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा दिया है।

उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की समृद्ध विरासत ने 2024 में 80 लाख से अधिक पर्यटकों को आकर्षित किया। यह आंकड़ा 2023 के 64 लाख की तुलना में 25 फीसदी अधिक है।

नौ लाख से अधिक आगंतुकों के साथ ग्वालियर में 2023 की तुलना में पर्यटकों के आगमन में तीन गुना वृद्धि देखी गई। ग्वालियर में 2023 में 3.69 लाख पर्यटक पहुंचे थे। खजुराहो (4.89 लाख पर्यटक), भोजपुर (35.91 लाख पर्यटक) और महेश्वर (13.53 लाख पर्यटक) जैसे स्थल भी विरासत पर्यटन मानचित्र पर प्रमुखता से शामिल हैं।

मध्यप्रदेश में 18 यूनेस्को धरोहर स्थल हैं- तीन स्थायी सूची में और 15 अस्थायी सूची में है। यूनेस्को द्वारा भोजपुर को हाल में जोड़ा गया है। ग्वालियर को ‘‘संगीत का रचनात्मक शहर’’ भी माना है।

इसी तरह, वन्यजीव पर्यटन ने बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित किया।

राज्य में 12 राष्ट्रीय उद्यान, 25 वन्यजीव अभयारण्य और नौ बाघ अभयारण्य हैं। कान्हा (2.48 लाख), पेंच (1.92 लाख), बांधवगढ़ (1.94 लाख), पन्ना (3.85 लाख) और मढ़ई (4.34 लाख) जैसे प्रमुख वन्यजीव स्थलों पर अच्छी खासी संख्या में पर्यटक पहुंचे।

कुनो पालपुर राष्ट्रीय उद्यान में अफ्रीकी चीतों को बसाने की परियोजना ने भी अंतरराष्ट्रीय ध्यान आकर्षित किया है।

उन्होंने कहा कि पचमढ़ी, अमरकंटक, भेड़ाघाट, हनुवंतिया, गांधी सागर, तामिया, सैलानी द्वीप और सरसी द्वीप प्राकृतिक पर्यटन के प्रमुख स्थल हैं।

पचमढ़ी में 2024 में 2.87 लाख पर्यटक पहुंचे, जबकि भेड़ाघाट में 2.34 लाख पर्यटक गए।

अधिकारी ने बताया कि गांधी सागर बांध, सैलानी द्वीप, तामिया की पातालकोट घाटी और सरसी द्वीप की प्राकृतिक सुंदरता भी पर्यटकों को प्रकृति के करीब लाती है।

भाषा दिमो खारी

खारी

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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