नई दिल्ली : दुनिया भर में प्रार्थनाओं की गूंज है, विभिन्न धर्मों से जुड़े लोग चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर भारत के चंद्रयान -3 की सफल लैंडिंग के लिए एकजुट होकर कामना कर रहे हैं.
धार्मिक सीमाओं के बावजूद, लोग चंद्रयान-3 मिशन को अपना समर्थन देने के लिए साथ आ रहे हैं. एकजुटता का यह प्रदर्शन दुनिया भर में दिख रहा है. इसकी सफलता के लिए लोग प्रार्थनाएं, धार्मिक और अन्य अनुष्ठानों में शामिल हैं.
इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (इसरो) के मुताबिक, चंद्रयान-3 आज, 6 बजकर 4 मिनट पर चंद पर उतरने को तैयार है.
ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन से लेकर संयुक्त राज्य अमेरिका तक चंद्रयान-3 की सफलता की कामना के लिए विशेष अनुष्ठान, प्रार्थनाएं और समारोह आयोजित किए जा रहे हैं.
चंद्रयान-3 के अभूतपूर्व मिशन की सफलता की कामना के लिए पूरे भारत में विभिन्न धर्मों से जुड़े समारोह आयोजित किए जा रहे हैं.
एक गंगा आरती भारत के चंद्र मिशन को समर्पित थी. ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन घाट पर हाथों में तिरंगा लेकर एक विशेष गंगा आरती की गई.
आरती से पहले, घाट पर श्रद्धालुओं ने चंद्रयान-3 की सफलता के लिए हवन-पूजन किया.
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इस अवसर पर, प्रमुख आध्यात्मिक गुरु स्वामी चिदानंद मुनि की देख-रेख में परमार्थ निकेतन घाट पर हवन-पूजन और आरती की गई, जहां भक्त मिशन की कामयाबी के लिए दैवीय दखल की कामना के लिए जुटे.
उन्होंने कहा कि वेदों से लेकर विज्ञान तक हमारे देश का लोहा दुनिया मान रही है और उन्हें पूरा विश्वास है कि भारत चांद के दक्षिणी ध्रुव पर अपना परचम लहराएगा.
गंगा का जल देशभक्ति के गूंजते जयकारों के साथ प्रार्थनाओं का गवाह बना. इस दौरान गंगा तट पर अद्भुत नजारा देखने को मिला. मिसाइल मैन पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को भी गंगा तट पर याद किया गया.
भुवनेश्वर, वाराणसी और प्रयागराज में लोगों के एक समूह ने चंद्रयान-3 की सफलतापूर्वक लैंडिंग के लिए ‘हवन’ किया और प्रार्थना की.
इसी तरह अलीगंज स्थित हनुमान मंदिर में भी श्रद्धालु एकत्र हुए और चंद्रयान की चंद्रमा पर सफल लैंडिंग के लिए आरती की. आरती में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए और सच्चे दिल से चंद्रयान 3 की सफल लैंडिंग के लिए प्रार्थना कर रहे हैं.
इसके अलावा वडोदरा के बच्चों के एक समूह ने भी चंद्रयान-3 की सुरक्षित लैंडिंग के लिए प्रार्थना की.
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में, उत्साही भक्तों ने मंत्रों का जाप किया और मिशन की सफलता का आह्वान करते हुए चंद्रयान के पोस्टर लेकर निकले.
आध्यात्मिक गुरु पंडित धीरशांत दास ने कहा कि उन्होंने दिल से चांद पर चंद्रयान 3 की सुरक्षित लैंडिंग की कामना की है.
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि चंद्रयान-3 के उद्देश्य में देश के 140 करोड़ नागरिकों की आशाएं, समर्पण और कड़ी मेहनत जुड़ी हुई है. प्रार्थनाओं और मंत्रों की गूंज आध्यात्मिक और वैज्ञानिक क्षेत्रों के मेल के साथ ब्रह्मांड तक पहुंचेगी.
“ओम सोम सोमाय नमः” के प्रत्येक मंत्र के साथ, भारत की प्रगति का सामूहिक इरादा अंतरिक्ष यान के मिशन उद्देश्यों के साथ जुड़ जाता है.
इस बीच, चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए लखनऊ के इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया में लोगों ने नमाज अदा की.
इसके अलावा, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता ब्रजेश पाठक ने देश के नागरिकों और मिशन में शामिल सभी वैज्ञानिकों को बधाई दी.
उन्होंने कहा, “मैं देश के नागरिकों और मिशन से जुड़े सभी वैज्ञानिकों को बधाई देता हूं. पीएम मोदी के नेतृत्व में देश सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ रहा है.”
इसके अलावा, भारतीय अमेरिकियों ने अंतरिक्ष यान चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए ‘हवन’ (अग्नि अनुष्ठान) और ‘अभिषेकम’ जैसे धार्मिक अनुष्ठान किए.
चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए अमेरिका के वर्जीनिया में एक मंदिर में भारतीय प्रवासियों ने हवन किया.
चंद्रयान-3 मिशन को लेकर वर्जीनिया के मंदिर में एक आगंतुक मधु राममूर्ति ने कहा: “मैं व्यक्तिगत रूप से बहुत लंबे समय से एयरोस्पेस और रक्षा में इस्तेमाल होने वाली उन्नत सामग्रियों के क्षेत्र में काम कर रहा हूं. बेंगलुरु में मेरी एक कंपनी है जो रक्षा क्षेत्र में काम आने वाले बहुत सारे घटक (कंपोनेंट्स) बनाती है. अब, हम संयोग से, एक मजबूत कपड़ा भी बनाते हैं जिसका इस्तेमाल सेना में किया जाता है.”
एक विजिटर राधिका नारायण ने कहा, उन्हें भारत की उपलब्धि पर गर्व है.
उन्होंने कहा, “हम हर मिशन पर उत्सुकता से नज़र रख रहे हैं. मैं उन्हें बहुत-बहुत शुभकामनाएं देना चाहती हूं. मुझे यकीन है कि ऐसे कई और सफल मिशन होंगे.”
मंदिर के पुजारी साई ए शर्मा ने कहा, “आज हम चंद्रयान की सफलता के लिए हवन कर रहे हैं. हम लक्ष्मीनरसिम्हा स्वामी से प्रार्थना कर रहे हैं और ‘महागणपति हवन’ भी कर रहे हैं. लक्ष्मीनरसिम्हा स्वामी के आशीर्वाद से यह मिशन सफल होगा.”
इसके बाद, लंदन के उक्सब्रिज में भारतीय छात्रों और शोध विद्वानों ने विक्रम और प्रज्ञान की सफल लैंडिंग के लिए प्रार्थना करने के लिए लंदन के आद्या शक्ति माताजी मंदिर में एक विशेष प्रार्थना का आयोजन किया.
राष्ट्रव्यापी उत्साह उस एकता और आशा का प्रमाण है जो चंद्रयान-3 को लेकर बना है.
अतीत के सबक, विशेषकर चंद्रयान-2 की असफलता को याद करते हुए, राष्ट्र की प्रार्थनाओं में इस बार सफल लैंडिंग की कामना की जा रही है.
23 अगस्त को, चंद्रयान -3 चंद्रमा की सतह पर अपनी ऐतिहासिक लैंडिंग के लिए तैयार है, जो भारत के अंतरिक्ष अन्वेषण प्रयासों के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण होगा.
संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस और चीन के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाला भारत दुनिया का चौथा देश होगा, लेकिन चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला भारत दुनिया का एकमात्र देश होगा.
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