भुवनेश्वर, सात अगस्त (भाषा) ओडिशा में आलू की किल्लत दूर करने के लिए राज्य सरकार उत्तर प्रदेश से आलू खरीद रही है।
एक अधिकारी ने बताया कि ‘‘पश्चिम बंगाल से आलू की अनियमित आपूर्ति’’ के कारण ओडिशा में आलू का गंभीर संकट हो गया है।
ओडिशा के खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता कल्याण मंत्री के. सी. पात्रा ने कहा कि उत्तर प्रदेश से पर्याप्त मात्रा में आलू पहुंचने के बाद दो से तीन दिन में स्थिति सामान्य हो जाएगी।
मंत्री ने कहा कि बाजार की स्थिति को ध्यान में रखते हुए ओडिशा सरकार आपूर्ति बढ़ाने और आलू की कीमतें कम करने के लिए पंजाब से आलू खरीदने पर भी विचार कर रही है।
पात्रा ने मंगलवार की शाम व्यापारी संघ, कोल्ड स्टोरेज इकाइयों के मालिकों और खुदरा विक्रेताओं के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। बैठक के बाद मंत्री ने कहा कि सरकार ने उत्तर प्रदेश से आलू की खरीद बढ़ाने का निर्णय लिया है।
मंत्री ने दावा किया कि बाजार में आलू लगभग 35 रुपये प्रति किलोग्राम पर उपलब्ध है और इसके 40-50 रुपये प्रति किलोग्राम पर बिकने की खबरें झूठी और निराधार हैं।
ओडिशा ने अब तक उत्तर प्रदेश से 140 ट्रक आलू खरीदे हैं।
ओडिशा ट्रेडर्स महासंघ के सचिव सुधाकर पांडा ने कहा, ‘‘ओडिशा के लोग उत्तर प्रदेश के आलू को पसंद नहीं करते, क्योंकि इसका स्वाद मीठा होता है। इसलिए व्यापारी भी उन्हें खरीदने में रुचि नहीं लेते।’’
एक अधिकारी ने बताया कि पश्चिम बंगाल सरकार ने ओडिशा के लिए आलू का परिवहन कथित तौर पर रोक दिया है। उन्होंने बताया कि आलू से भरे करीब 300 ट्रक ओडिशा में प्रवेश के इंतजार में हैं।
मंत्री ने चेतावनी देते हुए कहा, ‘‘राज्य में बेईमान व्यापारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।’’
मंत्री ने कहा, ‘‘यह सच नहीं है कि उत्तर प्रदेश के आलू अच्छी गुणवत्ता के नहीं हैं। उत्तर प्रदेश के आलू बंगाल के आलू से काफी बेहतर हैं…।’’
एक अधिकारी ने बताया कि ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने 27 जुलाई को नई दिल्ली में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की थी और उनसे राज्य में आलू की आपूर्ति सुचारू करने का अनुरोध किया था।
भाषा यासिर मनीषा
मनीषा
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