scorecardresearch
मंगलवार, 24 जून, 2025
होमदेशभारत के समुद्री इतिहास का पता लगाने के लिए वास्को डी गामा की डायरी की प्रतिकृति लेनी चाहिए : लेखी

भारत के समुद्री इतिहास का पता लगाने के लिए वास्को डी गामा की डायरी की प्रतिकृति लेनी चाहिए : लेखी

Text Size:

(तस्वीर के साथ)

पणजी, 12 सितंबर (भाषा) केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने मंगलवार को कहा कि भारत सरकार को विदेश में एक संग्रहालय में रखी, पुर्तगाली खोजकर्ता वास्को डी गामा की डायरी की प्रतिकृति प्राप्त करने का प्रयास करना चाहिए जिससे भारत के समृद्ध समुद्री इतिहास का पता लगाने में मदद मिलेगी।

वह नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार, प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य संजीव सान्याल आदि की उपस्थिति में गोवा स्थित शिपयार्ड में लकड़ियों से बने प्राचीन जहाज के पुनर्निर्माण (स्टिच्ड शिप) की आधारशिला रखने के बाद पत्रकारों से बात कर रही थीं।

केंद्रीय संस्कृति और विदेश राज्य मंत्री ने सरकार से वास्को डी गामा की डायरी की प्रतिकृति प्राप्त करने का आग्रह किया, जो पुरातत्वविद् दिवंगत डॉ. विष्णु श्रीधर वाकणकर द्वारा किए गए प्रलेखन के अनुसार विदेश में एक संग्रहालय में है।

उन्होंने कहा, “भारत को मूल डायरी वापस नहीं मिल सकती क्योंकि वास्को डी गामा हमारा नागरिक नहीं था। लेकिन हम डायरी की प्रतिकृति प्राप्त कर सकते हैं ताकि हम देश के समृद्ध समुद्री इतिहास का पता लगा सकें। इसका उद्देश्य डॉ. विष्णु श्रीधर वाकणकर के कथनों के आधार पर सही तथ्य प्राप्त करना है।”

वाकणकर एक प्रसिद्ध पुरातत्वविद् थे।

उन्होंने कहा, “वाकणकर जब अध्ययन के लिए विदेश गए तो वहां के एक संग्रहालय में उन्हें वास्को डी गामा की डायरी मिली। उस डायरी में, उन्होंने (गामा ने) उल्लेख किया कि वह कैसे जंजीबार तक गए और जब वह अफ्रीका पहुंचे, तो उन्होंने कहा कि वह भारत जाना चाहते हैं। उन्होंने एक जहाज देखा जो उनके जहाज से तीन गुना बड़ा था।”

भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल के तहत भारतीय नौसेना, संस्कृति मंत्रालय और मेसर्स होदी इनोवेशन, गोवा, लकड़ियों से बने एक प्राचीन जहाज के पुनर्निर्माण के लिए सहयोग कर रहे हैं, जो उन जहाजों की याद दिलाता है जिनसे कभी भारत के प्राचीन समुद्री व्यापार मार्गों पर महासागरों में यात्रा की जाती थी।

भाषा प्रशांत अविनाश

अविनाश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments