नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री और ममता बनर्जी सरकार में मंत्री पार्थ चटर्जी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कोलकाता स्थिति उनके घर से शनिवार को गिरफ्तार कर लिया.
एसएससी भर्ती घोटाले के मामले में ईडी की टीम शुक्रवार से ही उनसे पूछताछ कर रही थी.
चटर्जी के अलावा उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी, शिक्षा राज्य मंत्री परेश सी अधिकारी, विधायक और पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष माणिक भट्टाचार्य और कई अन्य लोगों के परिसरों में भी ईडी ने समन्वित तलाशी की.
कथित शिक्षक भर्ती घोटाले के संबंध में ईडी ने चटर्जी की एक करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के परिसरों पर छापेमारी में 20 करोड़ रुपए नकद जब्त भी किए थे.
बता दें कि जब यह कथित घोटाला हुआ था तब तब चटर्जी राज्य के शिक्षा मंत्री थे. प्रवर्तन निदेशालय इस घोटाले में कथित रूप में शामिल लोगों के खिलाफ धनशोधन संबंधी पहलू की जांच कर रहा है.
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की प्राथमिकी के आधार पर ईडी ने धनशोधन का मामला दर्ज किया था. पूर्व में कलकत्ता उच्च न्यायालय ने सीबीआई को समूह ‘सी’ और ‘डी’ कर्मचारियों, कक्षा 10वीं और 11वीं के सहायक शिक्षकों, प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती में कथित घोटाले की जांच करने का निर्देश दिया था.
हालांकि तृणमूल कांग्रेस ने ईडी की छापेमारी को लेकर केंद्र में भाजपा नीत सरकार द्वारा अपने प्रतिद्वंद्वियों को परेशान करने का आरोप लगाया.
(भाषा के इनपुट्स के साथ)
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