नई दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस ने सोमवार को आम बजट को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह शत-प्रतिशत ‘दूरदर्शिता रहित’ बजट है जिसकी थीम ‘सेल इंडिया’ (भारत को बेचना) है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में 2021-22 के लिए आम बजट प्रस्तुत किया जिसके बाद तृणमूल कांग्रेस की यह प्रतिक्रिया आई.
तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य डेरेक ओब्रायन ने कहा, ‘भारत का पहला कागज रहित बजट शत-प्रतिशत दूरदर्शिता रहित बजट भी है. इस फर्जी बजट की थीम भारत को बेचना है.’
उन्होंने कहा, ‘रेलवे: बिक गया, हवाईअड्डे: बिक गये, बंदरगाह: बिक गये, बीमा कंपनियां: बिक गयीं, पीएसयू: 23 बिक गये.’
Forget putting cash in the hands of people, Modi Govt plans to handover India's assets to his crony capitalist friends.#Budget2021
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 1, 2021
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा बजट पेश किए जाने के बाद आरोप लगाया कि सरकार की योजना भारत की संपत्तियों को ‘अपने पूंजीपति मित्रों’ को सौंपने की है.
उन्होंने ट्वीट किया, ‘सरकार लोगों के हाथों में पैसे देने के बारे में भूल गई. मोदी सरकार की योजना भारत की संपत्तियों को अपने पूंजीपति मित्रों को सौंपने की है.’
तृणमूल कांग्रेस सांसद ने दावा किया कि बजट में आम आदमी और किसानों की अनदेखी की गयी है और यह अमीरों को और धनवान तथा निर्धन को और गरीब बनाएगा, वहीं मध्यम वर्ग को इसमें कुछ भी नहीं मिला है.
उन्होंने पश्चिम बंगाल में ग्रामीण सड़कों के निर्माण के आंकड़े देते हुए कहा, ‘ग्रामीण सड़कें: 2011 तक 39,705 किलोमीटर ग्रामीण सड़कें थीं, 2011-20 के बीच 88,841 किलोमीटर ग्रामीण सड़कों का निर्माण हुआ.’
डेरेक ओब्रायन ने कहा कि ग्रामीण सड़कों के मामले में पश्चिम बंगाल पहले स्थान पर है.
उन्होंने कहा, ‘पश्चिम बंगाल ने कल ही कर दिया, केंद्र सरकार आज केवल बातें कर रही है.’
यह आम बजट किसानों और आम लोगों की मुश्किलें बढ़ाएगा: सपा
उत्तर प्रदेश के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) ने केंद्र सरकार द्वारा सोमवार को संसद में पेश आम बजट को किसानों और आम आदमी की दुश्वारियां बढ़ाने वाला करार दिया है.
सपा के वरिष्ठ नेता और विधानसभा में विपक्ष के नेता रामगोविंद चौधरी ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए एक बयान में कहा, ‘मोदी सरकार अपनी विश्वसनीयता खो चुकी है. वह कॉरपोरेट समूहों के कार्यकर्ता के रूप में पूरी ईमानदारी से काम कर रही है.’
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार का हर कदम आम आदमी से हर चीज छीन कर कॉरपोरेट समूहों के हवाले कर देने पर केंद्रित है.
चौधरी ने कहा कि सरकार का बजट भी प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से इन्हीं कारोबारी समूहों को समर्पित है, इस बजट से किसानों और आम आदमी की दुश्वारियां और बढ़ेंगी.
केंद्र-राज्य सरकारों के लुभावने वादे, खोखले दावे, आश्वासनों से थक चुकी है जनता: मायावती
मायावती ने कहा, ‘संसद में आज पेश केन्द्र सरकार का बजट पहले मन्दी व वर्तमान में कोरोना प्रकोप से पीड़ित देश की बिगड़ी अर्थव्यवस्था को संभालने तथा यहां की अति-गरीबी, बेरोजगारी व महंगाई आदि की राष्ट्रीय समस्या को क्या दूर कर पाएगा? इन्हीं आधार पर सरकार के कार्यकलापों व इस बजट को भी आंका जाएगा.’
उन्होंने कहा, ‘देश के करोड़ों गरीब, किसान व मेहनतकश जनता केन्द्र व राज्य सरकारों के अनेकों प्रकार के लुभावने वायदे, खोकले दावे व आश्वासनों आदि से काफी थक चुकी है तथा उनका जीवन लगातार त्रस्त है. सरकार अपने वायदों को जमीनी हकीकत में लागू करे तो यह बेहतर होगा.’
2. देश की करोड़ों गरीब, किसान व मेहनतकश जनता केन्द्र व राज्य सरकारों के अनेकों प्रकार के लुभावने वायदे, खोकले दावे व आश्वासनों आदि से काफी थक चुकी है तथा उनका जीवन लगातार त्रस्त है। सरकार अपने वायदों को जमीनी हकीकत में लागू करे तो यह बेहतर होगा। 2/2
— Mayawati (@Mayawati) February 1, 2021
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