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Friday, 22 November, 2024
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मन की बात: आखिर क्या है दो अक्टूबर को दो किलोमीटर तक होने वाली ‘प्लॉगिंग’

पीएम ने रिपुदमन का ज़िक्र करते हुए कहा कि प्लागिंग उनके लिए भी नई चीज़ है और 'दो अक्टूबर को दो किलोमीटर प्लॉगिंग' कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा. 

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के माध्यम से देशवासियों को संबोधित किया. उन्होंने देशवासियों को गांधी की 150वीं जयंती को विशेष बनाने और सिंगल यूज प्लास्टिक और ई-सिगरेट से मुक्ति की अपील की.

पीएम नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ की शुरुआत स्वर कोकिला लता मंगेश्कर के साथ हाल ही में हुई एक बातचीत के वर्णन से शुरू की. उन्होंने अमेरिका यात्रा से पहले उन्हें जन्मदिन की बधाई दी थी. उसी बातचीत की रिकॉर्डिंग को इस बार के मन की बात में चलाया गया. इस दौरान पीएम ने लोगों से ‘दो अक्टूबर को दो किलोमीटर’ प्लॉगिंग अभियान के बारे में भी बताया.

पीएम ने लता मंगेश्कर से हुई बातचीत की जानकारी देते हुए कहा, ‘लता दीदी इस 28 सितम्बर को 90 वर्ष की हुई. विदेश यात्रा पर निकलने से पहले मुझे दीदी से फ़ोन पर बात करने का सौभाग्य मिला था.’ फिर पीएम ने रिपुदमन नाम के व्यक्ति का ज़िक्र करते हुए उनकी प्लॉगिंग के बारे में जानकारी दी.

क्या होती हैं ‘प्लागिंग’

दरअसल, प्लॉगिंग एक तरह की जॉगिंग होती है. इस जॉगिंग के दौरान रास्ते में पड़ा कूड़ा उठाते हुए जाना होता है. कॉलिंस डिक्शनरी के मुताबिक प्लॉगिंग की शुरुआत स्वीडन में हुई थी. पीएम ने रिपुदमन का ज़िक्र करते हुए कहा कि प्लॉगिंग उनके लिए भी नई चीज़ है और इस नई चीज़ ने उन्हें इतना प्रभावित किया है कि ‘दो अक्टूबर को दो किलोमीटर प्लागिंग’ कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा.

सिंगल यूज़ प्लास्टिक और ई-सिगरेट से मुक्ति की अपील

देश को सिंगल यूज़ प्लास्टिक मुक्त बनाने के मुहिम पर बोलते हुए पीएम ने कहा, ‘मेरे प्यारे देशवासियों, भारत ही नहीं आज पूरी दुनिया के लिए ये गर्व का विषय है कि आज जब हम गांधी की 150वीं जयंती मना रहे हैं, तो इसके साथ ही, 130 करोड़ देशवासियों ने सिंगल यूज़ प्लास्टिक से मुक्त होने का संकल्प लिया है.

पीएम ने हाल में भारत द्वारा बैन किए गए ई-सिगरेट को लेकर भी देश को जागरूक करवाया. उन्होंने कहा, ‘हम सभी जानते हैं कि तम्बाकू का नशा सेहत के लिए बहुत नुकसानदायक होता है. उसकी लत छोड़ना भी बहुत मुश्किल हो जाती है.’

बैन की जानकारी देते हुए पीएम ने कहा कि ई-सिगरेट में कई हानिकारक रसायन मिलाए जाते हैं, जिसका स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है. जब कोई आस-पास धूम्रपान करता है, तो इसका पता गंध से ही चल जाता है. लेकिन ई-सिगरेट के साथ ऐसी बात नहीं है.  उन्होंने कहा, ‘युवा पीढ़ी देश का भविष्य है. ई-सिगरेट पर प्रतिबन्ध इसलिए लगाया गया है ताकि नशे का यह नया तरीका हमारे युवा देश को तबाह न कर दे.’

‘चिराग तले अंधेरा’ मिटाने की भी अपील

पीएम ने दशहरे और आने वाले त्योहारों को लेकर भी देश को संदेश दिया. उन्होंने कहा, ‘त्योहारों में, परिवार के सब लोग साथ आयेंगे. घर खुशियों से भरे होंगे, लेकिन आपने देखा होगा कि हमारे आस-पास भी बहुत सारे ऐसे लोग हैं, जो इन त्योहारों की खुशियों से वंचित रह जाते हैं और इसी को कहते हैं– ‘चिराग तले अंधेरा.’

दरअसल, वो इस ओर इशारा कर रहे थे कि समृद्ध लोग तो अपने परिवार के लिए कई सारी चीज़ें करते है, अपनी अलमारियां भरते हैं. लेकिन अच्छा होगा कि लोग उन लोगों के लिए भी कुछ करें जो आर्थिक रूप से कमज़ोर हैं. इससे हर ओर खुशियां फैलेंगी और ‘चिराग तले अन्धेरा’ छंटेगा.

उन्होंने दिवाली को लक्ष्मी के आगमन का त्यौहार बताते हुए गांवों और शहरों में बेटियों के सम्मान के कार्यक्रम रखने की अपील की. इसके लिए उन्होंने दिवाली पर आस-पास की ऐसी बेटियां जो शिक्षा, स्वच्छता, स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता फैलाने का असाधारण काम रही हैं उनके साथ तस्वीर लेकर #BharatKiLaxmi के साथ सोशल मीडिया पर पोस्ट करने की अपील की.

कार्यक्रम में पीएम ने अरुणाचल के एक विद्यार्थी अलीना तायंग के पत्र का भी ज़िक्र किया और बताया कि तायंग ने पीएम की एक्ज़ाम वरियर्स किताब पढ़ी है. उन्होंने विद्यार्थियों, शिक्षकों, अभिभावकों से आग्रह किया कि वो तनाव मुक्त परीक्षा से जुड़े पहलुओं को लेकर अपने अनुभव और सुझाव पीएम से साझा करें और भरोसा दिया कि वो इन्हें अपनी इस किताब के अगले संस्करण में जोड़ेंगे.

पीएम ने देश के लोगों को 2022 तक भारत की 15 जगहें देखने और वहां दो दिनों तक ठहरने की अपील करते हुए जानकारी दी कि भारत की टीटीसीआई रैंकिंग सुधरकर 34 हो गई है. उन्होंने ये इसकी अपील भी की कि पटाखा जलाते समय इस बात का ध्यान रखा जाए कि इससे कहीं अगजनी या किसी का नुकसान न हो जाए.

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