नयी दिल्ली, 25 जनवरी (भाषा) अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने प्रौद्योगिकी महाविद्यालयों के कुलपतियों एवं प्राचार्यों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि अफ्रीका और कांगो के विद्यार्थियों को उच्च अध्ययन में परेशानियों से बचाने के लिए डिग्रियां और डिप्लोमा समय से जारी किये जाएं।
तकनीकी शिक्षा विनियामक का यह निर्देश तब आया है जब शिक्षा मंत्रालय ने इन विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम को पूरा करने के बाद अपनी डिग्रियां हासिल करने में आ रही मुश्किलों का मुद्दा उठाया।
परिषद के सदस्य सचिव राजीव कुमार ने कहा, ‘‘ शिक्षा मंत्रालय की तरफ से यह संज्ञान में लाया गया है कि आमतौर पर अफ्रीका के और खास तौर पर कांगो के विद्यार्थी भारत में पाठ्यक्रम कार्यक्रम पूरा हो जाने के बाद अपनी डिग्रियां जारी होने में देरी के कारण वीजा के नवीनीकण या ठहरने की अविध में विस्तार को लेकर मुश्किलों का सामना कर रहे है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ इस मुद्दे की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालयों एवं संस्थानों से उपयुक्त कदम उठाने का अनुरोध किया जाता है ताकि समय से डिग्रियां एवं डिप्लोमा जारी किये जाएं तथा विद्यार्थियों को भारत एवं विदेश में उच्च अध्ययन करने में कोई दिक्कत न हो। ’’
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राजकुमार प्रशांत
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