इंफाल, 22 अक्टूबर (भाषा) मणिपुर पुलिस ने राज्य के तामेंगलांग जिले के मोरेह इलाके में जले हुए घरों से लकड़ी के सामान और बिजली की दूसरी चीजें चुराने के लिए रविवार को म्यांमा के तीन नागरिकों को गिरफ्तार किया।
इस पूर्वोत्तर राज्य में मई में हुई हिंसा के दौरान यहां घरों में आग लगा दी गई थी और इन्हीं घरों से सामान चोरी करने के आरोप में इन लोगों को गिरफ्तार किया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान तामू के आउंग मेई व आउंग आउंग तथा नाम्फालोंग सॉबुआ-टू के खामखेनथांग गुइते के रूप में हुई है।
मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, ”मोरेह शहर और उसके आसपास आज (रविवार) सुबह करीब नौ बजे गश्त करते हुए मणिपुर पुलिस के विशेष कमांडो के एक दल ने म्यांमा के तीन नागरिकों को गिरफ्तार किया है।”
उन्होंने कहा, ”तीनों पर हाल ही में हुई हिंसा के दौरान जले हुए घरों से लकड़ी का सामान और बिजली जनरेटर चुराने का संदेह है। उन्हें सत्यापन के लिए मोरेह थाने को सौंप दिया गया है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसा इसलिए हुआ, क्योंकि मोरेह शहर में राज्य पुलिस और कमांडो की तैनाती के खिलाफ कुछ विशिष्ट संगठन आपत्ति जता रहे हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ”यह स्पष्ट है कि ये संगठन मोरेह में राज्य बलों की मौजूदगी नहीं चाहते हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा म्यांमा नागरिकों को देश में लाया जा सके।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अवैध तरीके से देश में रहने जैसे खतरनाक मुद्दे पर चुप नहीं बैठ सकती।
इससे पहले, दिन में आदिवासी संगठन कुकी इंपी तामेंगलोंग ने सीमावर्ती शहर में अतिरिक्त राज्य बलों की तैनाती की कठोर शब्दों में निंदा की थी।
भाषा जितेंद्र सुरेश
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