नयी दिल्ली, आठ जून (भाषा) राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने पिछले साल जातीय हिंसा प्रभावित मणिपुर में सुरक्षा बलों पर हुए जानलेवा हमले से संबंधित एक मामले में तीन उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
इस हमले में दो पुलिस कमांडो मारे गए थे और कई अन्य घायल हो गए थे।
उन्होंने बताया कि तीनों ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर 17 जनवरी, 2024 को तेंगनौपाल जिले के मोरेह में इंडियन रिजर्व बटालियन (आईआरबी) चौकी और सुरक्षा बलों पर हमले की योजना बनाई, साजिश रची और उसे अंजाम दिया।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि गिरफ्तार आरोपियों में तेंगनौपाल जिले का निवासी और कुकी इंपी तेंगनौपाल (केआईटी) विद्रोही समूह का सदस्य थांगमिनलेन मेट भी शामिल है।
इसमें कहा गया है कि उसने हमले की योजना बनाने और उसे अंजाम देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
जांच एजेंसी की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘उसे 19 मई, 2025 को असम के सिलचर से पकड़ा गया और गुवाहाटी में एनआईए अदालत में पेश किया गया, जिसने उसे 28 मई तक हिरासत में भेज दिया। वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में गुवाहाटी केंद्रीय कारागार में बंद है।’
बयान में कहा गया है कि अन्य आरोपी, कुकी नेशनल आर्मी (केएनए) के सदस्य कामगिनथांग गंगटे और चुराचांदपुर जिले के ग्राम स्वयंसेवक समूह से जुड़े हेनटिनथांग किपगेन उर्फ थांगनेओ किपगेन को छह जून को इंफाल से गिरफ्तार किया गया।
इसमें कहा गया, ‘उन्हें ड्यूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया, जिन्होंने उन्हें गुवाहाटी में एनआईए की विशेष अदालत में स्थानांतरित करने के लिए नौ जून तक ट्रांजिट रिमांड प्रदान की। दोनों उस टीम का हिस्सा थे, जिसने घातक हमले को अंजाम दिया था।’
भाषा
शुभम दिलीप
दिलीप
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