हिम्मतनगर (गुजरात), 29 अप्रैल (भाषा) गुजरात के साबरकांठा जिले के प्रांतिज कस्बे में पुलिस ने कुछ नाबालिग विद्यार्थियों की मामूली बातों पर पिटाई करने और उन्हें परिसर से बाहर नहीं निकलने देने के आरोप में तीन मदरसा शिक्षकों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
पुलिस उपाधीक्षक ए के पटेल ने बताया कि यह मामला तब प्रकाश में आया जब सोमवार को मदरसे के आठ छात्र भाग निकले और उन्होंने उदयपुर जाने वाली ट्रेन के यात्रियों से मदद मांगी।
उन्होंने कहा, ‘शिकायत के आधार पर प्रांतिज पुलिस ने तीन मदरसा शिक्षकों के खिलाफ नाबालिग छात्रों की पिटाई करने और उन्हें परिसर में बंद रखने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की है। नाबालिग छात्रों ने हमें बताया कि उन्हें मामूली कारणों से पीटा गया और उन्हें परिसर से बाहर जाने की अनुमति नहीं दी गई।’
तीनों आरोपियों की पहचान प्रांतिज स्थित जामिया दारुल एहसान वक्फ मदरसा के मुफ्ती यूसुफ, मौलवी मोहम्मद अनस मेमन और मौलवी मोहम्मद फहाद के रूप में हुई है।
पुलिस ने बताया कि उनपर मारपीट, गलत तरीके से बंधक बनाने तथा किशोर न्याय अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
प्राथमिकी के अनुसार, 16 वर्षीय शिकायतकर्ता और इस मदरसे के 31 अन्य नाबालिग छात्र मूल रूप से बिहार के हैं। उन्हें 13 अप्रैल को यूनुस ट्रेन से यहां लाया था।
भाषा नोमान सुरेश
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