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शुक्रवार, 9 मई, 2025
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जम्मू कश्मीर में सीमा पर पाकिस्तानी गोलाबारी में तीन की मौत, बीएसएफ ने घुसपैठ की बड़ी कोशिश की नाकाम

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जम्मू/श्रीनगर, नौ मई (भाषा) ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद जम्मू-कश्मीर की अशांत सीमा पर पाकिस्तान की ओर से लगातार तीसरे दिन भी भारी गोलाबारी जारी रही, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई। इसी के साथ, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने घुसपैठ की एक बड़ी कोशिश को विफल करते हुए सात आतंकवादियों को मार गिराया।

मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला शुक्रवार को सबसे बड़े पाकिस्तानी ड्रोन हमले के बाद की स्थिति का जायजा लेने के लिए श्रीनगर से जम्मू पहुंचे, जबकि उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गोलाबारी प्रभावित उरी सेक्टर का दौरा किया।

अब्दुल्ला ने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि सीमा पार से लगातार तनाव बढ़ने से केवल उसे ही नुकसान होगा। उन्होंने बृहस्पतिवार को जम्मू में किए गए हवाई हमलों को 1971 के युद्ध के बाद से शहर पर ‘सबसे गंभीर हमलों’ में एक बताया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को इस सैन्य संघर्ष के बीच तनाव कम करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों ने बुधवार को पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर किए गए सटीक हमला किया जिसके बाद दोनों पड़ोसियों के बीच तनाव काफी बढ़ गया। पहलगाम में आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे।

हुर्रियत कांफ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक ने भी भारत और पाकिस्तान से विध्वंस को रोकने के लिए तनाव को कम करने की अपील की।

सेना के अनुसार, पाकिस्तान ने आठ और नौ मई की रात जम्मू शहर सहित लेह से सर क्रीक तक 36 स्थानों पर 300 से 400 ड्रोन के साथ सैन्य बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने का प्रयास करते हुए बड़े पैमाने पर हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया।

सेना ने कहा, ‘‘भारतीय सेना ने उन्नत प्रणालियों की मदद से उनमें से कई को मार गिराया… पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा के पार तोपखाने और ड्रोन हमलों को बढ़ाया, जिससे लोग हताहत हुए। चिंताजनक बात यह है कि हमले के दौरान पाकिस्तान ने अपना नागरिक हवाई क्षेत्र खुला रखा, जिससे नागरिक उड़ानें खतरे में पड़ गईं।’’

अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तानी गोलाबारी में मोहम्मद अबरार नामक नागरिक की मौत हो गई तथा उसकी पत्नी समेत तीन अन्य घायल हो गए। इन लोगों के घरों पर यह गोलाबारी की गई।

अधिकारियों ने बताया कि पुंछ में सीमा पार से हुई गोलाबारी में आंध्र प्रदेश के सिपाही एम मुरली नाइक नामक एक सैनिक शहीद हो गये।

अधिकारियों ने बताया कि बारामूला के उरी सेक्टर में रातभर सीमा पार से हुई भीषण गोलाबारी में एक महिला की मौत हो गई तथा एक सैनिक समेत कई अन्य घायल हो गए।

सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने जम्मू के सांबा जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ की कोशिश को सफलतापूर्वक विफल कर दिया।

बीएसएफ के निगरानी दल को बृहस्पतिवार रात करीब 11 बजे आतंकवादियों के एक बड़े समूह का पता चला, जिसके बाद मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में कम से कम सात घुसपैठिए मारे गए और पाकिस्तानी रेंजर्स की ढांढर चौकी नष्ट हो गई। इसी चौकी से इन घुसपैठियों को भारतीय सीमा में प्रवेश करने में सहयोग करने के लिए गोलाबारी की गयी थी।

अधिकारियों ने बताया कि राजौरी, जम्मू के अखनूर और कुपवाड़ा जिलों के विभिन्न सेक्टरों से भी गोलाबारी की खबर है, जिसके परिणामस्वरूप दर्जनों घरों को नुकसान पहुंचा है और फिर संवेदनशील क्षेत्रों में लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा।

अधिकारियों ने बताया कि लगभग दिनभर की शांति के बाद पुंछ, राजौरी और उरी सेक्टरों में सीमा पार से गोलीबारी और गोलाबारी फिर शुरू हो गई।

उन्होंने बताया कि भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना को भी भारी नुकसान हुआ है।

मुख्यमंत्री ने जम्मू तथा सांबा जिलों में मिश्रीवाला, नागबनी, बिश्नाह तथा ठंडी खुई में स्थापित शिविरों तथा आवास केंद्रों का दौरा किया, ताकि इन आश्रय स्थलों में पहुंचाए गए लोगों के लिए किए गए राहत प्रबंधों का आकलन किया जा सके। उन्होंने गोलाबारी पीड़ितों का हालचाल जानने के लिए जम्मू के सरकारी मेडिकल कॉलेज का भी दौरा किया।

भाषा

राजकुमार माधव

माधव

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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