नई दिल्ली: बिहार के तीन स्टार्ट-अप को केंद्र सरकार द्वारा नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित स्टार्टअप महाकुंभ कार्यक्रम में प्रतिष्ठित महारथी पुरस्कार से सम्मानित किया गया. चयनित स्टार्ट-अप- EY डेल्टा, लेडीफेयर और भोजपट्टा को प्रत्येक को एक-एक लाख रुपये नकद पुरस्कार दिया गया.
लेडीफेयर ब्यूटी कॉन्सेप्ट्स प्राइवेट लिमिटेड को उसके अद्वितीय सौंदर्य-आधारित व्यवसाय मॉडल के लिए सम्मानित किया गया. ऋषि रंजन कुमार द्वारा 2019 में स्थापित इस डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर (D2C) स्टार्ट-अप का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को उनके घर के दरवाजे पर सैलून सर्विस देना और साथ ही आजीविका के अवसर पैदा करना है. बिहार के सीतामढ़ी जिले के एक छोटे से गांव की रहने वाली कुमार ने ग्रामीण इलाकों की महिलाओं को कौशल आधारित रोज़गार मुहैया कराने के लिए लेडीफेयर की शुरुआत की.
इस पहल के तहत अब तक 150 से अधिक महिलाओं को ब्यूटीशियन की ट्रेनिंग दी गई है, जो 12 से अधिक शहरों में सेवाएं दे रही हैं. ये महिलाएं सामूहिक रूप से सालाना 1.5 करोड़ रुपये से अधिक पैसे कमा पा रही हैं. लेडीफेयर डिजिटल समावेशन और सामाजिक प्रभाव की दिशा में भी तेजी से काम कर रहा है.
वित्त वर्ष 2024-25 में कंपनी का सालाना कारोबार 36 करोड़ रुपये तक पहुंच गया. किराए के कमरे से शुरू होकर लेडीफेयर ने अब राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना ली है, जिससे 150 से अधिक महिलाओं को स्थिर रोजगार मिल रहा है.
भोजपत्ता एक कृषि आधारित स्टार्ट-अप है, जिसे भोजपत्ता एग्रीप्रेन्योर प्राइवेट लिमिटेड द्वारा चलाया जाता है. इसे महज़ 4 लाख रुपये के शुरुआती निवेश के साथ लॉन्च किया गया था और अब इसने स्टार्टअप महाकुंभ में महारथी पुरस्कार जीतकर राष्ट्रीय पहचान हासिल कर ली है. 2021 में स्थापित, भोजपत्ता एक नया स्टार्ट-अप है जो ज़ीरो-कार्बन उत्सर्जन वाले सौर ड्रायर का उपयोग करके फसल कटाई के बाद होने वाले नुकसान को कम करता है.
कंपनी कृषि अपशिष्ट प्रबंधन के लिए टिकाऊ और बहुउद्देशीय समाधान बनाने के लिए प्रिज्म तकनीक और प्राकृतिक फाइबर-आधारित एयर फिल्टर का भी उपयोग करती है. भोजपत्ता सालाना लगभग 74 मिलियन टन कृषि अवशेषों का प्रसंस्करण करता है.
वित्त वर्ष 2024-25 में, स्टार्ट-अप का कारोबार बढ़कर 89 लाख रुपये हो गया और यह वर्तमान में 14 लोगों को नियमित रोजगार प्रदान करता है. भोजपत्ता ग्रामीण सशक्तिकरण, हरित नवाचार और टिकाऊ जीवन को बढ़ावा देते हुए प्रकृति और संस्कृति को एकीकृत करता है. इसने पहले ऑर्गेनिक इंडिया 2022 पुरस्कार जीता है और इसे एग्री उड़ान 5.0, आईआईटी कानपुर के एसआईएल 3.0 और सेल्को फाउंडेशन द्वारा इसके सराहनीय कार्य के लिए मान्यता दी गई है.
बिहार स्थित प्रौद्योगिकी स्टार्ट-अप ईवाई डेल्टा को उसके उत्कृष्ट योगदान के लिए रक्षा और अंतरिक्ष श्रेणी में महारथी पुरस्कार मिला. इसकी फंडिंग का पहला दौर अभी प्रक्रिया में है.
स्टार्ट-अप अगली पीढ़ी की इलेक्ट्रिक मोटर तकनीक में माहिर है, जो चुंबकीय क्षेत्र अनुकूलन, उन्नत थर्मल प्रबंधन और मॉड्यूलर डिज़ाइन पर ध्यान केंद्रित करता है. इसकी ऊर्जा-कुशल मोटरें अपने स्थायित्व के लिए जानी जाती हैं और विशेष रूप से ड्रोन, रोबोटिक्स और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी प्लेटफ़ॉर्म में उपयोग की जाती हैं.
EY Delta ने पहले ही 11 पूर्णकालिक नौकरियां सृजित की हैं और 3.5 करोड़ रुपये मूल्य की 15,000 मोटरों का ऑर्डर हासिल किया है. कंपनी अब 5,000 मोटर प्रति माह की क्षमता वाली एक समर्पित उत्पादन लाइन स्थापित कर रही है. इसका लक्ष्य उन्नत हार्डवेयर समाधान विकसित करके भारत की आत्मनिर्भर भारत पहल में एक प्रमुख खिलाड़ी बनना है. इसका विज़न स्मार्ट इलेक्ट्रिक तकनीक में खुद को ग्लोबल लीडर स्थापित करना है.