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Wednesday, 6 August, 2025
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वंतारा से ‘महादेवी’ की वापसी के लिए हजारों लोग मौन मार्च में शामिल हुए

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कोल्हापुर, तीन अगस्त (भाषा) कोल्हापुर में रविवार को हजारों लोगों ने एक ‘मौन मार्च’ में भाग लिया, जिसमें मांग की गई कि 36 वर्षीय हथिनी ‘महादेवी’ (जिसे माधुरी भी कहा जाता है) को गुजरात के जामनगर जिले के वंतारा वन्यजीव बचाव, उपचार और पुनर्वास केंद्र से वापस लाया जाए।

मार्च सुबह नंदनी से शुरू हुआ और जिला कलेक्ट्रेट के बाहर समाप्त हुआ जिसका नेतृत्व पूर्व सांसद राजू शेट्टी ने किया। जिला कलेक्ट्रेट में हाथी की वापसी के लिए अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा गया।

राज्य के स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश अबितकर ने बैठक के बाद संवाददाताओं को बताया कि शुक्रवार को कोल्हापुर में हुई बैठक में वंतारा के अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि वे महादेवी को कोल्हापुर जिले के नंदनी में वापस लाने के प्रयासों में सहयोग करेंगे।

‘महादेवी’ तीन दशकों से अधिक समय तक नंदनी में श्री जिनसेन भट्टारक पट्टाचार्य महास्वामी जैन मठ में थी। उसे इस सप्ताह की शुरुआत में अदालत के फैसले के बाद वंतारा के राधे कृष्ण मंदिर हाथी कल्याण ट्रस्ट में स्थानांतरित कर दिया गया।

बंबई उच्च न्यायालय ने 16 जुलाई को महादेवी को जामनगर में वंतारा के सुविधा केंद्र में पुनर्वासित करने का आदेश दिया था। यह आदेश एक गैर सरकारी संगठन द्वारा महाराष्ट्र वन विभाग और उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त उच्चाधिकार प्राप्त समिति (एचपीसी) के समक्ष उसके बिगड़ते स्वास्थ्य और मनोवैज्ञानिक पीड़ा पर चिंता जताए जाने के बाद दिया गया था।

उच्चतम न्यायालय ने 25 जुलाई को उच्च न्यायालय के आदेश को बरकरार रखा।

अबितकर ने कहा कि कोल्हापुर जिले से भारतीय जनता पार्टी के सांसद धनंजय महादिक और शिवसेना सांसद धैर्यशील माने महादेवी को वापस लाने के लिए केंद्र से उच्चतम न्यायालय में हलफनामा दाखिल करवाने के लिए काम कर रहे हैं।

महादिक ने बृहस्पतिवार को केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव से मुलाकात की और महादेवी को नंदनी स्थित जैन मठ में वापस लाने के लिए एक ज्ञापन सौंपा।

महादेवी को कथित तौर पर 1992 में कर्नाटक से कोल्हापुर मठ में लाया गया था और तब वह लगभग तीन साल की थी। उसने कथित तौर पर 2017 में मुख्य पुजारी को बार-बार दीवार पर पटक कर मार डाला था।

महादेवी को पैरों में सड़न, पैर के नाखून बड़े होना, गठिया और लगातार सिर हिलाना जैसी समस्या है, जो लंबे समय तक एकांत कारावास के कारण मनोवैज्ञानिक आघात का संकेत है।

कांग्रेस एमएलसी सतेज पाटिल ने कहा कि कोल्हापुर के लोग हथिनी को वापस चाहते हैं।

उन्होंने बताया कि महादेवी को नंदनी स्थित जैन मठ में वापस भेजने की मांग वाले फॉर्म पर दो लाख से अधिक लोगों ने हस्ताक्षर किए हैं। उन्होंने बताया कि ये फॉर्म कोल्हापुर से स्पीड पोस्ट के जरिए राष्ट्रपति कार्यालय भेजे जाएंगे।

भाषा

शुभम नरेश

नरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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