नागपुर, 11 मई (भाषा): केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को एक कार्यक्रम में अपने राजनीतिक सफर की पुरानी बातें साझा कीं।
उन्होंने कहा कि जब उन्होंने राजनीति की शुरुआत की थी, तब कुछ लोग उनके घर पर रोज़ पत्थर फेंकते थे, लेकिन समय बदला और आज वही लोग भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए हैं।
गडकरी स्थानीय भाजपा नेता रामदास आंबटकर को श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि कठिन समय में भी भाजपा कार्यकर्ताओं की निष्ठा और मेहनत पार्टी की सबसे बड़ी ताकत है।
उन्होंने आरएसएस के पूर्व सरसंघचालक बालासाहेब देवरस के एक भाषण का हवाला दिया, जिसमें उन्होंने कहा था, ‘दुर्लभ कार्यकर्ता ही संगठन की सबसे बड़ी शक्ति होता है।’’
गडकरी ने कहा कि आरएसएस में बड़ी संख्या में ऐसे समर्पित कार्यकर्ता हैं, जिनकी बदौलत संगठन ने सफलतापूर्वक लगभग 100 वर्ष पूरे किए हैं।
उन्होंने कहा कि ये कार्यकर्ता हमेशा अपनी विचारधारा और राष्ट्र को सर्वोपरि रखते हैं।
गडकरी ने राजनीति में अपने शुरुआती दिनों को भी याद किया।
उन्होंने कहा कि 1975 में जब मैं नागपुर क्षेत्र में भाजपा के लिए काम कर रहा था, तो मेरे इलाके के कुछ लोग अक्सर मेरे घर पर पत्थर फेंकते थे।
गडकरी ने कहा कि समय के साथ वही लोग आरएसएस मुख्यालय, डॉ. हेडगेवार स्मृति मंदिर और उनके घर आने लगे तथा उनमें से एक तो बाद में भाजपा का वार्ड अध्यक्ष भी बना।
गडकरी ने भाजपा और आरएसएस में योगदान के लिए दिवंगत आंबटकर और उनके परिवार की सराहना की।
भाषा
योगेश नेत्रपाल
नेत्रपाल
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