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Monday, 7 October, 2024
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नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करने वाले दलित विरोधी हैं: अमित शाह

शाह ने कहा, 'मैं उनसे पूछना चाहता हूं जो नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे हैं. आप क्या हासिल कर लेंगे दलित विरोधी होकर जो पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आएंगे?'

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नई दिल्ली: कर्नाटक के हुबली में बोलते हुए देश के गृह मंत्री और भाजपा के राष्ट्र अध्यक्ष अमित शाह ने कहा नगरिकता कानून को जो भी विरोध कर रहे हैं वो दलित विरोधी हैं. उन्होंने कहा, ‘मैं उनसे पूछना चाहता हूं जो नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे हैं. आप क्या हासिल कर लेंगे दलित विरोधी होकर जो पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आएंगे? जो भी इस कानून का विरोध कर रहा है वो दलित विरोधी है.’

सीएए का विरोध कर रहे लोगों को दलित विरोधी करार देते हुए शाह ने कहा कि नये कानून में ऐसी कोई धारा नहीं है जिसके तहत मुस्लिमों की नागरिकता ले ली जाएगी. साथ ही उन्होंने कांग्रेस और राहुल गांधी पर भ्रम उत्पन्न करने की कोशिश का आरोप लगाया.

शाह ने कहा, ‘मैं राहुल गांधी को चुनौती देता हूं…सीएए पूरी तरह पढ़ें, अगर आपको कुछ भी ऐसा मिले जो भारतीय मुस्लिमों की नागरिकता लेता हो…हमारे संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी आपके साथ चर्चा करने के लिए तैयार हैं.’

भाजपा के राष्ट्रव्यापी ‘जन जागरण अभियान’ के तहत सीएए पर यहां जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कांग्रेस पर देश को धर्म के आधार पर बांटने का आरोप लगाया.

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कांग्रेस, कम्युनिस्ट पार्टी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, जद(एस), बसपा और सपा पर सीएए को लेकर वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया.

मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और कई अन्य भाजपा नेता रैली में शामिल हुए.

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह कर्नाटक दौरे पर हैं. बता दें कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा कई महीनों से अमित शाह से मिलना चाह रहे थे लेकिन गृह मंत्री के व्यस्तता के कारण वो उनसे नहीं मिल पा रहे थे. पिछले साल जुलाई में भाजपा की राज्य में सरकार बनने के बाद येदियुरप्पा कैबिनेट में फिलहाल काफी पद रिक्त है. इसी सिलसिले में मुख्यमंत्री भाजपा अध्यक्ष से मिलना चाहते थे.

कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन टूटने के बाद भाजपा में आए बागी विधायकों को कैबिनेट में जगह की उम्मीद है लेकिन भाजपा आलाकमान से इस विषय पर मुख्यमंत्री की बात न हो पाने के कारण अभी तक कोई फैसला नहीं लिया जा सका है.

गांधी, नेहरू, मनमोहन सिंह ने उत्पीड़न का शिकार अल्पसंख्यकों की मदद का समर्थन किया था : नड्डा

वहीं भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को विपक्ष पर संशोधित नागरिक कानून (सीएए) के मुद्दे पर लोगों को भ्रमित करने का आरोप लगाया और याद दिलाया कि महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और मनमोहन सिंह ने पड़ोसी देशों में उत्पीड़न के शिकार धार्मिक अल्पसंख्यकों की मदद का समर्थन किया था.

भाजपा मुख्यालय में पाकिस्तान से आए अल्पसंख्यक शरणार्थियों को संबोधित करते हुए नड्डा ने कहा कि विपक्ष यह कहकर लोगों को भ्रमित कर रहा है कि इस कानून के बाद करोड़ो शरणार्थी देश में दाखिल होंगे और उन्हें संभालना मुश्किल होगा.

उन्होंने कहा कि यह कानून उन लोगों के लिए जो 31 दिसंबर 2014 तक भारत में आए हैं.

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

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