कोलकाता, 11 अप्रैल (भाषा) कोलकाता पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने दावा किया कि कस्बा में जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआई) के कार्यालय में बुधवार को हुई रैली के दौरान आंदोलनकारी शिक्षकों के अलावा कई बाहरी लोग मौजूद थे। उन्होंने कहा कि भीड़ हिंसक हो गई और इसमें 13 पुलिसकर्मी घायल हो गए।
पुलिस आयुक्त मनोज वर्मा ने शुक्रवार को पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा कि इन ‘‘बाहरी लोगों’’ की पहचान वीडियो फुटेज के जरिए की गई है।
वर्मा ने कहा, ‘‘नौ अप्रैल को कस्बा में हुई रैली में शिक्षकों के अलावा बाहरी लोग भी मौजूद थे। हमने उनकी पहचान कर ली है, लेकिन जांच के चलते हम उनकी पहचान उजागर नहीं कर सकते।’’
उन्होंने जोर देकर कहा कि पुलिसकर्मियों ने आंदोलन के दौरान संयम बरता, जब तक कि उन पर हमला नहीं किया गया।
वर्मा ने आरोप लगाया, ‘‘यह शिक्षकों का कार्यक्रम था। हमने उसी के अनुसार व्यवस्था की थी और हमें कभी उम्मीद नहीं थी कि शिक्षक पुलिस अधिकारियों पर हमला करेंगे। ताला लगाने और उसे तोड़ने में फर्क होता है।’’
पुलिस आयुक्त ने कहा, ‘‘झड़पों में 13 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिनमें एक को गंभीर चोटें आई हैं और उसे दो सप्ताह तक पूरी तरह आराम करने की सलाह दी गई है। संयुक्त आयुक्त (अपराध) रूपेश कुमार ने भी प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि पुलिस ने हिंसा शुरू की।’’
भाषा रंजन नेत्रपाल
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