scorecardresearch
Thursday, 20 February, 2025
होमदेशकुंभ के जनसैलाब में कोई कमी नहीं, भगदड़ के एक दिन बाद नई दिल्ली में भीड़ नियंत्रण के लिए कड़ी तैयारी

कुंभ के जनसैलाब में कोई कमी नहीं, भगदड़ के एक दिन बाद नई दिल्ली में भीड़ नियंत्रण के लिए कड़ी तैयारी

रेलवे अधिकारियों ने बताया कि महाकुंभ के लिए प्रयागराज जाने वाली भारी भीड़ को समायोजित करने के लिए विशेष ट्रेनों की व्यवस्था की गई है.

Text Size:

नई दिल्ली: एक दिन पहले नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ में कम से कम 18 लोगों की मौत के बाद, सुरक्षा व्यवस्था में सुधार किया गया है. इसके लिए बैरिकेड्स और अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गई है.

प्लेटफॉर्म 14, 15 और 16 पर भीड़ को अलग करने के लिए जगह-जगह रस्सियां ​​लगाई गई हैं. साथ ही, दिल्ली पुलिस, रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के जवान यह सुनिश्चित करने के लिए प्लेटफॉर्म पर चक्कर लगा रहे हैं कि एक जगह पर बड़ी भीड़ इकट्ठा न हो.

उक्त तीनों प्लेटफॉर्म पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है, जहां शनिवार रात भगदड़ मची थी. आरएएफ यह भी सुनिश्चित कर रहा है कि फुटब्रिज पर भी लगातार आवाजाही रहे.

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के अंदर एक पुल पर तैनात आरएएफ के जवान | फोटो: मृणालिनी ध्यानी/दिप्रिंट
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के अंदर एक पुल पर तैनात आरएएफ के जवान | फोटो: मृणालिनी ध्यानी/दिप्रिंट

वर्दीधारी जवानों के अलावा, रेलवे और सुरक्षा कर्मचारी भी हर प्लेटफॉर्म पर मौजूद हैं. वह भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि कोई भी व्यक्ति सीढ़ियों पर खड़ा न हो, क्योंकि भगदड़ में कई लोग एक-दूसरे पर गिर गए थे.

प्लेटफॉर्म पर भीड़ बढ़ने से रोकने के लिए रेलवे कर्मचारियों ने लगातार लाउडस्पीकर पर ट्रेनों के समय के बारे में घोषणाएं कीं और लोगों को ट्रेनों में चढ़ने में मदद की. इसके अलावा, लगातार टिकटों की जांच की जा रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लोग बिना जांच के प्लेटफॉर्म पर प्रवेश न करें, लेकिन यात्रियों की भारी संख्या के कारण सीमित रेलवे कर्मचारियों के लिए सभी पर प्रभावी ढंग से निगरानी रखना मुश्किल हो जाता है.

प्लेटफॉर्म 14 और 16 पर लोगों को ट्रेनों से सुरक्षित दूरी पर रखने के लिए रस्सियां लगाई गई हैं. हालांकि, अधिकारी मानते हैं कि ये उपाय पूरी तरह से प्रभावी नहीं हो सकते हैं, क्योंकि ट्रेन आते ही यात्री अभी भी जनरल कोच की ओर भागते हैं.

दिल्ली पुलिस और टिकट चेकर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के अंदर निगरानी कर रहे हैं | फोटो: मृणालिनी ध्यानी/दिप्रिंट
दिल्ली पुलिस और टिकट चेकर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के अंदर निगरानी कर रहे हैं | फोटो: मृणालिनी ध्यानी/दिप्रिंट

इस बीच, सफाई कर्मचारी पूरी तरह सक्रिय हो गए हैं. सीढ़ियों और प्लेटफॉर्म पर भगदड़ के कोई निशान नहीं हैं, जहां बमुश्किल 24 घंटे पहले अराजकता फैली थी और कई लोगों की जान चली गई थी.

डीसीपी, रेलवे, के.पी.एस मल्होत्रा ​​ने एएनआई को बताया, “फिलहाल, हमारा मुख्य ध्यान मौजूदा प्रबंधन और भविष्य में ऐसी घटनाओं की रोकथाम पर है. इसलिए, हम उसी पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जहां तक ​​(भगदड़ के लिए) कारण का सवाल है, रेलवे अधिकारी इस पर फैसला लेंगे.”


यह भी पढ़ें: देरी से ट्रेनें, अफ़वाहें और कुप्रबंधन—नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर कैसे मची भगदड़


महाकुंभ के लिए विशेष ट्रेनें

महाकुंभ के लिए प्रयागराज जाने वाली भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए विशेष ट्रेनों की व्यवस्था की गई है. रेलवे के एक अधिकारी के अनुसार, रविवार को शाम 4:15 बजे एक विशेष ट्रेन रवाना हुई, जबकि अन्य ट्रेनें शाम 7 बजे और रात 9 बजे रवाना हुईं. इसके अलावा रात 8 बजे आनंद विहार रेलवे स्टेशन से एक और ट्रेन रवाना हुईं. यात्रियों की संख्या के आधार पर अतिरिक्त ट्रेनों पर विचार किया जा रहा है.

अधिकारी ने कहा, “विशेष ट्रेन के आने से एक घंटे पहले घोषणा की जा रही है.”

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने चार विशेष ट्रेनों की घोषणा की थी. हालांकि, अंतिम समय में बदलाव की उम्मीद है.

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर जनरल कोच के डिब्बों में चढ़ने के लिए लोगों की भीड़ | फोटो: मृणालिनी ध्यानी/दिप्रिंट
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर जनरल कोच के डिब्बों में चढ़ने के लिए लोगों की भीड़ | फोटो: मृणालिनी ध्यानी/दिप्रिंट

वरिष्ठ अधिकारी अपनी टीमों के साथ प्लेटफॉर्म 14 और 15 पर ध्यान केंद्रित करते हुए चक्कर लगा रहे हैं. कड़ी सुरक्षा के बावजूद, कई यात्री दीर्घकालिक सुधारों को लेकर संशय में हैं.

शनिवार को अतिरिक्त भीड़ को कम करने के लिए दिल्ली क्षेत्र से प्रयागराज के लिए पांच विशेष ट्रेनें चलाई गईं.

तीर्थयात्रियों में भय और दृढ़ संकल्प

पिछली रात की त्रासदी के बावजूद, तीर्थयात्री प्रयागराज की अपनी यात्रा में अडिग हैं. प्रयागराज से होकर हावड़ा जाने वाली पूर्वा एक्सप्रेस का इंतज़ार कर रहे यात्री सौरव ने कहा, “इसका कोई फायदा नहीं है. उन्हें (सरकार को) किसी बात का अफसोस नहीं है. नुकसान हमेशा परिवार को होता है, प्रशासन को नहीं.”

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के एक प्लेटफॉर्म पर प्रयागराज जाने वाली अपनी ट्रेन का इंतज़ार कर रहे सौरव | फोटो: मृणालिनी ध्यानी/दिप्रिंट

उन्होंने बताया कि घटना के बारे में सुनने के बाद उनके परिवार के कुछ सदस्यों ने यात्रा न करने का फैसला किया, लेकिन वह यात्रा करने के लिए प्रतिबद्ध रहे. “स्थिति थोड़ी बेहतर लग रही है, लेकिन देखते हैं.”

हरियाणा के नरवाल की रहने वाली लाजवंती भी अडिग थीं. अपनी 21 और 19 साल की दो बेटियों के साथ यात्रा करते हुए, उन्होंने भगदड़ के विचलित करने वाले वीडियो देखे थे, लेकिन वे दृढ़ निश्चयी थीं. उन्होंने कहा, “अब गंगा मैया संभाल लेंगी.”

(इस रिपोर्ट को अंग्रेज़ी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)


यह भी पढ़ें: NDLS भगदड़: 11 महिलाओं सहित 18 की मौत, आधे से अधिक पीड़ित बिहार के निवासी


 

share & View comments