बेंगलुरु, नौ जनवरी (भाषा) कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने बृहस्पतिवार को सत्तारूढ़ पार्टी के भीतर किसी भी तरह के भ्रम की स्थिति से इनकार किया।
उन्होंने कहा कि पार्टी में किसी को भी उनके नेतृत्व में एससी/एसटी (अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति) नेताओं की बैठक को लेकर किसी भी तरह से ‘चिंतित’ होने की जरूरत नहीं है।
बैठक को अब स्थगित कर दिया गया है।
परमेश्वर के नेतृत्व में बुधवार शाम को एससी/एसटी समुदायों से कांग्रेस नेताओं, मंत्रियों और सांसदों की एक बैठक निर्धारित थी, जिसे राज्य के प्रभारी और कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला के निर्देश के बाद स्थगित करना पड़ा।
बताया जा रहा है कि यह बैठक एससी/एसटी सम्मेलन की तैयारी के लिए आयोजित की गई थी, जिसका उद्देश्य पार्टी के लिए समुदाय का समर्थन जुटाना था।
सूत्रों के अनुसार, बैठक को स्थगित करने का निर्णय उस समय लिया गया, जब डीके शिवकुमार पार्टी के घटनाक्रम पर चर्चा करने के लिए सोमवार रात नयी दिल्ली में कांग्रेस महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल से मिले।
पत्रकारों द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या 13 जनवरी को होने वाली विधायक दल की बैठक का उद्देश्य पार्टी में आंतरिक भ्रम को दूर करना है, परमेश्वर ने कहा, “कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई है, एजेंडा अब तक साफ नहीं है। किसी प्रकार का कोई भ्रम नहीं है। भ्रम कहां है?”
जब परमेश्वर से पूछा गया कि क्यों एससी/एसटी नेताओं की बैठक में बाधा डाली गई और क्या बैठक को लेकर वरिष्ठ नेताओं में विश्वास की कमी या फिर भ्रम की कोई स्थिति थी, तो उन्होंने कहा, “इसे (बैठक को) विभिन्न कारणों से स्थगित कर दिया गया क्योंकि कांग्रेस महासचिव भी इसमें भाग लेना चाहते थे। विश्वास की कमी का सवाल कहां है? यह सब केवल मीडिया की देन है।”
भाषा जितेंद्र मनीषा
मनीषा
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