नयी दिल्ली, आठ सितंबर (भाषा) इजराइल ने सोमवार को यरूशलम में हुई गोलीबारी की निंदा करते हुए इसे देश की राजधानी पर एक ‘भयानक आतंकवादी हमला’ बताया।
इजराइल सरकार के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि ऐसी घटनाएं उनके देश में पहले हुए अत्याचारों की याद दिलाती हैं।
इज़राइली पुलिस, आपातकालीन बचाव सेवाओं और स्थानीय अस्पतालों के अनुसार सोमवार को उत्तरी यरुशलम के एक व्यस्त चौराहे पर स्थित बस स्टॉप पर फलस्तीनी हमलावरों ने गोलीबारी की, जिसमें छह लोगों की मौत हो गई और 12 अन्य घायल हो गए।
घटना के कुछ घंटे बाद इजराइल के वित्त मंत्रालय में महालेखाकार याली रोटहेनबर्ग ने ‘पीटीआई वीडियोज’ से बात करते हुए अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। रोटहेनबर्ग इस समय भारत के दौरे पर हैं।
उन्होंने कहा, “मुझे पता चला है कि मेरे एक कर्मचारी की मां की उस हमले में मौत हो गई है।”
उन्होंने कहा, “जब हम इन चीजों को देखते हैं, तो हमें दो साल पहले इजराइल में हुए अन्य अत्याचारों की याद आती है, और हम मानवता की भलाई के लिए इससे लड़ने का आह्वान करते हैं।”
रोटहेनबर्ग इस समय इजरायल के वित्त मंत्री बेजेल स्मोट्रिच के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य के रूप में भारत की यात्रा पर हैं।
इससे पहले इजराइल के विदेश मंत्रालय ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, “यह वह बुराई है जिसका सामना इजराइल कर रहा है। दो आतंकवादियों ने यरुशलम में एक बस पर गोलीबारी की – यात्रियों, राहगीरों, और जो भी उनके पास था, उसे निशाना बनाया। पांच लोगों की मौत हुई है। 10 से अधिक लोग घायल हुए हैं।”
बाद में मंत्रालय ने इजराइल के विदेश मंत्री गिदोन सा’र के संबोधन का एक वीडियो भी साझा किया।
वीडियो में विदेश मंत्री ने कहा, ‘आज सुबह, हमारे देश की राजधानी यरुशलम में एक भयानक आतंकवादी हमला हुआ। दो फलिस्तीनी आतंकवादियों ने यरुशलम में रामोट जंक्शन पर बसों में सवार यहूदियों की हत्या कर दी।”
उन्होंने कहा, “हम कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवाद के खिलाफ युद्ध लड़ रहे हैं। यूरोप और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय, हर देश को अब एक स्पष्ट निर्णय लेना होगा: वे इज़राइल के पक्ष में हैं? या जिहादियों के पक्ष में?”
भाषा जोहेब संतोष
संतोष
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