scorecardresearch
Thursday, 24 July, 2025
होमदेशरंगमंच निर्देशक राजिन्दर नाथ का निधन

रंगमंच निर्देशक राजिन्दर नाथ का निधन

Text Size:

नयी दिल्ली, 24 जुलाई (भाषा) वरिष्ठ रंगकर्मी और राष्ट्रीय राजधानी में मंडी हाउस स्थित ‘श्री राम सेंटर’ के प्रथम निदेशक राजिन्दर नाथ का बृहस्पतिवार सुबह यहां उनके आवास पर वृद्धावस्था संबंधी बीमारियों के कारण निधन हो गया। वह 91 वर्ष के थे।

रंगमंच निर्देशक और लंबे समय से उनके सहयोगी रहे सुभाष गुप्ता ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘पिछले तीन-चार वर्षों से उनकी तबीयत ठीक नहीं थी, लेकिन पिछले 10 दिनों से उनका स्वास्थ्य बहुत खराब था। आज सुबह राजिन्दर का उनके आवास पर निधन हो गया।’’

नाथ के परिवार में एक बेटा और बेटी हैं।

अगस्त 1934 में दलवाल (अब पाकिस्तान में) में जन्मे नाथ रंगमंच के दिग्गज कलाकार थे। उन्होंने 1976-81 तक तथा फिर 1983-89 तक श्री राम सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स (एसआरसीपीए) के पहले निदेशक के रूप में इसका नेतृत्व किया।

नाथ ने 1967 में दिल्ली में ‘अभियान रंगमंच समूह’ की स्थापना की, ताकि हिंदी रंगमंच में पहले कभी न शामिल की गई मौलिक भारतीय पटकथाएं सामने आ सकें। वर्ष 2019 में इस समूह का निर्देशन गुप्ता को सौंप दिया गया।

गुप्ता ने फेसबुक पर एक पोस्ट में लिखा, ‘‘मेरे बड़े भाई राजिन्दर नाथ जी, जो मेरे लिए पिता तुल्य थे और जिनके साथ मेरा पिछले 50 वर्षों का गहरा नाता था, आज इस दुनिया से चले गए। रंगमंच जगत में उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा…।’’

नाथ की कुछ सबसे उल्लेखनीय प्रस्तुतियों में विजय तेंदुलकर की ‘घासीराम कोतवाल’, ‘अशी पाखरे येति’ (पंछी ऐसे आते हैं), और ‘पाहिजे जातीचे’ (जात ही पूछो साधु की) के हिंदी अनुवाद शामिल हैं।

नाथ ने 1980 में एसआरसीपीए रिपरटोरी कंपनी और स्कूल का वार्षिक नाट्य महोत्सव भी शुरू किया। उन्हें 1977 में निर्देशन के लिए संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से नवाजा गया।

प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने रंगमंच के दिग्गज और अपने वरिष्ठ सदस्यों में से एक के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया।

इसने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किये गए नाथ ने कई वर्षों तक श्री राम सेंटर (मंडी हाउस) का भी नेतृत्व किया।

प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने कहा, ‘‘हम इस कठिन समय में उनके परिवार के सदस्यों और दोस्तों के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।’’

नाथ का अंतिम संस्कार लोधी श्मशान घाट पर किया गया।

भाषा धीरज सुभाष

सुभाष

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments