भोपाल, 18 जनवरी (भाषा) सामाजिक उद्यमिता और कौशल विकास के क्षेत्र में काम कर रहे भारतीय संस्थान आईसेक्ट से संबंधित एक शोध पत्र को इंडियन स्कूल आफ बिजनेस के पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया गया है।
आईसेक्ट ने मंगलवार को यहां एक बयान में कहा कि इंडियन स्कूल आफ बिजनेस (आईएसबी) हैदराबाद का शोध पत्र हार्वर्ड पत्रिका में भी प्रकाशित हुआ है। इसके साथ ही शोध पत्र को अब ग्रामीण विकास के छात्रों को पढ़ाने के लिए इंडियन स्कूल आफ बिजनेस के पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया गया है।
मिसौरी विश्वविद्यालय में प्रोफेसर एमेरिटस रॉबर्ट जे ट्रुलस्के और इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस के प्रो. मुरली मंत्रला, एस. अरूणाचलम और लोपमुद्रा रॉय ने इस शोध पत्र को लिखा है। शोध पत्र में ऑल इंडिया सोसाइटी फॉर इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कंप्यूटर टेक्नोलॉजी (आईसेक्ट) की 20 साल की यात्रा का भी विवरण है। आईसेक्ट का उद्देश्य भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में विज्ञान और प्रौद्योगिकी का ज्ञान, सेवाओं और समाधानों का प्रसार करना और ग्रामीण युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करना है।
भाषा दिमो अविनाश
अविनाश
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