महाकुंभ नगर, 12 फरवरी (भाषा) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बुधवार को माघी पूर्णिमा पर संगम में डुबकी लगाई और कहा कि महाकुंभ में भगदड़ की घटना किसी न किसी कमी की वजह से हुई।
संगम स्नान के बाद दिग्विजय सिंह ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘जो दुर्घटना (भगदड़) हुई है, उस पर हम खेद प्रकट करते हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए था.. कहीं न कहीं कोई कमी रही होगी। सरकार द्वारा कहा गया था कि 100 करोड़ लोगों के लिए व्यवस्था है। इतनी गाड़ियां आएंगी इसका अंदाजा शायद सरकार को नहीं था।”
मौनी अमावस्या के मौके पर 29 जनवरी को महाकुंभ में संगम नोज के पास हुई भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी और 60 लोग घायल हुए थे।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर हर सड़क पर पार्किंग स्थल बना दिया जाता और वहां से संगम घाट तक आने के लिए बसों की व्यवस्था कर दी गई होती तो यह जाम की स्थिति नहीं होती। इतना जरूर है कि इतनी बड़ी व्यवस्था में कमी तो रह जाती है, लेकिन जो इस मेले को लेकर प्रचार किया गया, उससे चारों तरफ से लोग आए।”
दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘‘इस आयोजन को एक ‘इवेंट’ बना दिया गया। हमें ऐसा नहीं करना चाहिए क्योंकि यह आस्था का प्रश्न है और जिसकी जैसी आस्था है वह वैसी बात करता है।’’
महाकुंभ के आयोजन के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “मैं तो सिर्फ इतना कहूंगा कि जिसकी जहां आस्था है, उसे वहां कायम रहते हुए आगे बढ़ना चाहिए।”
भाषा राजेंद्र खारी
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