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शुक्रवार, 25 अप्रैल, 2025
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देश में सोने की कीमतों में उछाल से महिलाओं की चिंता बढ़ी

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( राखी त्रिपाठी )

नयी दिल्ली, 25 अप्रैल (भाषा) देश में सोने की कीमत ने ऐतिहासिक ऊंचाई छूते हुए प्रति दस ग्राम एक लाख रुपये का आकंड़ा पार कर लिया है। सोने के दाम में इस अभूतपूर्व वृद्धि ने न केवल बाजार को चौंकाया है बल्कि आम लोगों की जेब पर भी गहरा असर डाला है और शादियों के सीजन में महिलाओं की चिंता बढ़ा दी है।

अक्षय तृतीया और शादी-ब्याह के मौसम में जब सोने की खरीदारी हर भारतीय घर की प्राथमिकता होती है, ऐसे समय में इस कीमती धातु की कीमतों में अप्रत्याशित उछाल ने मध्यमवर्गीय परिवारों को झटका दिया है।

अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना इस सप्ताह मंगलवार को 1,800 रुपये चढ़कर 1,01,600 रुपये प्रति 10 ग्राम के अबतक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और फेडरल रिजर्व के प्रमुख जेरोम पावेल के बीच ब्याज दर में कटौती तथा चीन के साथ शुल्क को लेकर तनाव कुछ कम होने के संकेत से सोने के दाम थोड़े नरम हुए हैं। बृहस्पतिवार को सोने की कीमत 99,400 रुपये प्रति 10 ग्राम थी।

उत्तर प्रदेश के नोएडा की रुपा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘नवंबर में बेटी की शादी है और अचानक सोने के दाम इतने बढ़ गए है कि कुछ समझ ही नहीं आ रहा है। अब शादी के लिए सोने की खरीदारी कैसे होगी?’

त्योहारों और पारिवारिक आयोजनों में गहनों की खरीद महिलाओं की प्राथमिकता में शामिल रही है। बढ़ती कीमतों के बावजूद कई महिलाएं मानती हैं कि बिना सोने के गहनों के, ऐसे मौके अधूरे लगते हैं।

दिल्ली के मयूर विहार की सुशीला देवी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “दाम चाहे जितने भी हों, थोड़ा बहुत तो खरीदना ही है। तीज-त्योहार या शादी में सोना न लें तो लगता है कि कुछ अधूरा रह गया है। बस, बात इतनी सी है कि पहले 10 ग्राम लेते थे, अब पांच ग्राम लेंगे।’’

बीते वर्ष दिसंबर से सोना अबतक लगभग 22,650 रुपये प्रति 10 ग्राम यानी करीब 29 प्रतिशत महंगा हुआ है। विशेषज्ञों का कहना है कि रिटर्न के हिसाब से सोने का प्रदर्शन शेयर और बॉन्ड दोनों से बेहतर रहा है।

दिल्ली के ही पालम में रहने वाली साधना कथूरिया कहती हैं ‘‘अपने पति की मौत के बाद मैंने नौकरी की और अपने दो बच्चों का पालन पोषण किया। बेटी की शादी पिछले साल हुई। मेरे दामाद कनाडा में हैं, बेटी को भी वहीं काम मिल गया। अब बेटे की शादी नवंबर में है। कनाडा में 22 कैरेट सोना करीब 86000 रुपये प्रति दस ग्राम है। सोच रही हूं कि बेटी दामाद को पैसे भेज कर बहू के लिए कनाडा से कुछ मंगा लूं।’’

छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले की सीता साहू ने कहा, “मुझे भी गहने पहनने का बहुत शौक है और मैं साल में एक बार सोना जरुर खरीदती हूं। मेरे लिए सोने की कीमतों को एक लाख के पार जाते देखना हृदयविदारक है।“

भारत में सोने को केवल आभूषण के तौर पर ही नहीं, बल्कि निवेश और आपातकालीन बचत के रूप में भी देखा जाता है। यही वजह है कि देश में महिलाओं द्वारा सोने का संग्रह विश्व में सबसे अधिक माना जाता है।

महाराष्ट्र के पुणे की अर्चना देशमुख ( उम्र 65 साल) ने कहा, ‘मेरे पति शुरू से ही हर साल थोड़ा-थोड़ा सोना लाकर मेरी बचत की थाली में डालते थे। अब वह नहीं हैं, लेकिन वही गहने आज मेरी इज्ज़त और सहारा हैं। सोना मेरे लिए सिर्फ गहना नहीं, मेरी जिंदगी की सबसे कीमती यादें हैं। आज की कीमतें देखकर दिल भर आता है कि नई पीढ़ी शायद इस सुख से वंचित रह जाए।’

झारखंड के रांची जिले की प्रमिला उरांव ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘मेरी मां ने अपनी चूड़ियां बेचकर मुझे पढ़ाया था। अब जब मेरी बेटी की शादी तय हुई है, तो मैंने भी सोचा था कि उसके लिए सोने की एक जोड़ी बालियां जरूर बनवाऊंगी। लेकिन जब दाम सुना, तो लगा जैसे एक सपना दूर होता जा रहा है। हमारे लिए सोना सिर्फ शौक नहीं, पीढ़ियों की परंपरा है।’

बढ़ती कीमतों के बीच सर्राफा कारोबारियों की चिंता भी कम नहीं है। कई दुकानदारों का कहना है कि ग्राहक आ तो रहे हैं, लेकिन खरीदारी में भारी गिरावट आई है।

दिल्ली के मयूर विहार स्थित उर्मिला ज्वेलर्स के सोनार सोनू सोनी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “हम दशकों से इस कारोबार में हैं, लेकिन पहली बार है जब ग्राहकों की आँखों में खुशी से ज्यादा उलझन दिख रही है। पहले लोग गहनों की डिजाइन देखते थे, अब सिर्फ दाम पूछकर लौट रहे हैं। हमें डर है कि ये भाव ऐसे ही रहे तो छोटे दुकानदारों का टिकना मुश्किल हो जाएगा और धंधा मंदा पड़ जाएगा।”

वहीं राधेश्याम ज्वेलर्स के करण सोनी का मानना है कि जब तक है नारी, तब तक रहेगी सोनारी। वह कहते हैं ‘‘महिलाओं के लिए सोना और सोने के गहने मायने रखते हैं। वह बचत करेंगी और सोना जरूर खरीदेंगी, चाहे थोड़ा ही खरीदें।’’

भाषा राखी

मनीषा

मनीषा

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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